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(आभार राजस्थान पत्रिका)

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भाटी जैसलजी
खिज्र खां जी
किशनसिंह जी राठौड
महारावल प्रतापसिंहजी
रतनसिंहजी
सूरतसिंहजी
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देव कोठारी
सत्यनारायण सोनी
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भवनलालजी
रवि पुरोहितजी

मारवाड़ी विवाह गीत

संकलन- श्रीमती सुगनीबाई बोहरा, श्रीमती कंचनबाई गादिया

286 साद हलवा री
हलवाई कडाई नही देय।।मारो मन हलाव मे
जसे भी तैसे मेने कडाई मगाई सासूजी आठा नही देय माय
जैसे भी तैसे मेने आठा भी लाई भाभीसा घीयत नही दये।मारा
हलपाई कड़ाई नहीं देय।।मारा मन हलावे में
जैसे भीते तैसे मेने शक्कर मगायो
जैसे भी तैसे मेने धीरत मगाया देराणी शक्कर नही देय।बारो
हलवाया कडाई नही देय।मारो मन हलवा मे
धने धपके हलवा खाया हालरीयो पथण नहीं देय।मारो।
हलवाया कडाई तही देय।मारो मन हलवा मे

287 साद केला री
पेलो तो मास घोरी ने लाग्यो जी दूजो तो माया घोरो ने
लाग्यो जी भाल भोले मन जाय।।भंवर केला लावजोजी।।
इग्ण्यो तो मास घोरी ने लाग्यो जी चाथो तो मास
घोरी ने लग्यो जी थकतडा मन जाय
बाग बगीचा गोरी न फिया जी नही
लाघो केला रो रूख हठिया हठ घोडदो जी
बाई जो मद्रास गड रा बाग मे जी जाई बेगल्र गडरा
बाग मे जी उठे है केलारो स्खधबा केला लावजो
जी पाचमो तो मास घोरी ने लगयो जो धठो तो
मास घैरी नै लगायो खीर खण्डे मन जाय भंवर
केला लावजो जी सातमो तो मास घोरीं ने डागयो
आठमा तो मास गोरी ने लागयो जो लापसडया
मन जाय मवर केला लावजो जी नव दस नास
घोरी ने लागया घेनरीया मन जाय  भंवर
केला लायजो जी बाग बगीचा गोरी मे इआ
जी नही डाघो केला रो रूख हठीली हठ घोड दो
जी जाइजो पाली केरा शेर मे जो जायजो
कलकता केरा सेर मे जी उठे है केला रो रुख
धाबा केला लावजोजी

288 साद सीताफल री
अठी उबा सासुजी ने उठी उबहा सुसरीसा
को बह थारा मनडा रो बात कई कई भावे सा
आम नही भावे सुसरीजा जाम नही भवे सा
मारे पेठपडयो नन्दलाल सीताफल भावे सा
अठी उबा जेयझसाने उठो उबा भाभी सा
अठी उबा देवर साने उठी उबा दिवरानी
कोह बहुथरा मनडा री बात कई कई भवेसा
को भावनज थारा मनडा री बात कई कई भावसा
नारगी नही आबे जेयठसा नीम्बु नही भानसा
माररे पेठ पडयो नन्दलाल सीताफल भावसना
अठी उबा वईसा ने उठी उबा ननदोईसा
को सहेल्या थारा मनडारी बात कई कई भावेसा
दाडम नही भावे बाईसा दाका नही भावेसा
मारे पेठ पडोयनन्दलाल सीताफल भावेसा

289 साद कलाकन्द री
तचा री रखढी बोले जचा रा कीलीप बोले
जचा री बिन्दीया बोले पण जाच नही बोले
राजन सेर कलाकन्द तोले पण जचा नही बोले
राजन धाया धाय डोले पण जचा नही बोले
जचा रा नकलीश बोले जचारा तीमण्या बोले
जचा रा पठीया बोले पण जचा नही बोले
राजन सेर कलाकन्द डोले पण जचा नही बोले
राजन धाया धाय डोले पण जचा नही बोले
जचा री बगडी बोले जचा री पूणची बोले
जचा री गजरा बोले जडा पण जचा नही बोले
राजन शर कलाकद तोले पण जचा नही बोले
राजन धया डोले पण जचा नही बोले
जचा री घडीया बोले जचा रा पठ बोले
जचा रीअगूठी बोले पण नही वोले
राजन सेर कलाकन्द तोले पण जचा बोले
राजन धया धया डोले पण जचा नही बोले
290 नारंगी री साद
उठो मालण खीडकी जी खोल राजन उबा बारणे जी
आवो कबरा बेठो मारे पास किणरे कारण अअव्ण जी
सारी थण ने पेलो दूजो मास नारंगी नारगी करे
मारी ने इग्ण्यो चोथो मास नारंगी नारंगी करे
नारनी रा रूप्या पचास कलीया रा लागे डेड सोती
डेडसो रा दोयसो दिराय नारगी ले घर जावसा सी
पेली खाधी खाठी लागी दूसरी खठमीठी लागी
तीसरी श्वाद लागी चोवे चतुर भुज जलमीयांजी
उठो मालण खोडकी जी खोल राजन उबा बारणै जी
आवो कंवरा बहेठौ मारे पास किणारे कारण आवल्या जी
मारी घण ने पाचमो छअ मास नारगी नारगी करे
मारी घण ने सातमो आठमो मास नारगी नारगी करे
नारकी राख्पया पचास कलोया  रा लागे डेढ सौ जी
पेलो रूछी खाटी लागी दूसरी खटमीठी लागी
तीसरी ख्वाद लागी चोथै चतुरभूज जलमीया जी

291 साद अम्बारी
भाँवड उवा छजारीं छय्या डबा आम मोलावे छे
किजो जी सूसरोसा ने ताय भंवर आम मोलावे छे
किजो जी तेयठ सा जाय भंवड आम मोलावे छे
थजीमो भांवड पारी रा पेडा आ रुत नही छे आम्बा री
थें जीमो भांवड पाली री फीणीयां आ रूत नहीं छे आम्बा री
भांवड उबा छजारी छय्या उबा आम मोलावे छे
किजो जी देवर सा नै जाय भाँवज आम मोलावे छे
थे जीमो भांवज कलकता रा कलाकन्द नही छें आँवा री
थै जीमो भाँवज मद्रास री जलेबी आ रूत नही छै आंबा री

292 नालो जगवे जद गावे जको गीत
तालो
तालो जी कूण खटकावीयो जी मारे रेण पाछलडी रात
उठी नो भवर नीन्दालका जी थारो पीलग परो सीरकाय
पीलग परो सिरकाव्या जी मारे दाई माई बेग बुलाय
थै ओ दाईजी भले आब्या जी मारे गीगारो शबद् सुणाय
गीगा रो सबप सूणावीया जी मारे सासूती वेग बूलाय
थै ओ सासूजी मलें आव्या जी मारे कवर षटोलो झैक
कवर पदोलो झैल्यो जी मारे माभीया बैग बुलाय
थे ओ मामोसा भले आव्या जी मारे सात्या में पीलग बीधाया
सास्या में पीलग बीछायाब्या जी मारे साल्या मे दीवलो उजाल
साल्या में दीवलो उताल्योजी मारा बाईसा बेग बुलाय
ते ओ बाईसा भले आब्याजी मारे सारूया में साख्या पूराय
साल्या मे सारुया पूराब्य जी मारे पडोसी बेग बुलाय
थे ओ पाढोसी भल ब्याजी मारे गीगारा मगल गाय
घीगारा मगल आब्या जी मारो नाईडो बेग बुलाय
थे ओ नाती भले आब्याजो मारे बानद्रवाल बन्दाय
वान्दथ बाल बन्दाब्याजी मारे सेवक ने वेग बुलाय
थे ओ सेवक भले आब्या जी मारे ढोलीडो बेग बुलाय
नगर बधाई मेल्या ती ढोलींडो वेग बूलाय
थे ओ ढोलीजी भले आब्या जी मारे आगण ढोल बाजय
आगण ढोल बजाब्या जी मारे कूम्भायी बेग बूलाय
थे ओ कूम्भया भले आब्या जी मारे कुम्भ कलश ले आय

293 नेनी सी नार
नानी सी नार नारेल्यो सो पेठ पीड चाले धण उतावली
उजावली पीड चाले घण लूल लूल चाय
।।समझया समझे नाही जी डही समझया भोला वाईसा
रा वीर समझया समझे नही घडी दोय तो
पीया बागा मे जाय बागा मे चोवर गुथजो जी
मे चन्पला ये धीर्य थे धोये डाल दोय मील
चोसर गुथसा जी घडी दोय जी पीया ग्वाडा मे

नालो तगावे जद गावे गीत
जाय ग्वाडा गाय उचेरजी जी मारे है धोरी हाली
चार वेही गाय उचेरजोजी घडी दोय जी पीया रावले
जाय रावले न्याव चूकावजो जी मारे हे धोरी भा ी
चार वे ही न्याब चूकामसी जी घडी दोय जी पीया मेला
मे जाय नेला ने सूख भर पोड्योजी जी थारो हे धोरी दूखे
हे पेठ तिन्द कीणाने आवसी जी अबसम्क्या भोला
बाईसा रा बीर समझया समझे नही जी खूलो सी चाल
उबराणा सा पांव डोडया जोसी रे चात्या जी जोसीडा
थारो पतडो जी बाच किसरे मोरत घिघो जलमसी
जो थर थवड चोदस री रात रूपा रे पाये घीघो जकमसीजी

284 पीपली
वाडा तो बीचई पीपली।घर आनन्द हुवा
एक पायण घण तोड्यो।।घर आनन्द हुआ।।
टप टप पढेरे मजीठो।।जचां जायो हालरीयो।।घर।।
जीण तल दुकडो माण्डो।।घर।।
भयो रे हिलोडो खाय भूज जसमीया।।घर।।
जिण माय सालू डबूडयो।।घर।।
उगडीयो बीजूडा हेट।जचा जायी।।
गायत लेखो मांगीयो ।।घ।।
किसडा साजग्या री घिम।।जचा जायो।।
सा ने (सूसेरोसा) री कूल बहु।।घर (नाम)
हाठ हठारा री घीद।।चूतकर भूज।।
बाप मधाई राजा मोकली।।घर।।
सूसरा घर बाज्या जगीं डोर।।घर।।
पीलो ओडो केसरीया ।।घर।।
मखन नावण पूजो।चूतर भूज।।
साडी तो ओडो सावटी।घर।
सरवर जलवा पूज।तचा जायो।।
सेर मीठ दूध्या खोपरा।घर।
लो थरी जलवारो नेग।।जजां।
सेर दो सेर राजन नही सते ।घर।
गीत बडो से आपरा बापरो।घर।
क्ली ये डली बठ ताय।जचां।

295 पीपलो
समदारी कली पेली पाल राजा धोला ओ
धोली हल अडैं जी घर आया आरी सायजण
पूधै ा बात राजा कावण वायो खैत मेजी
वाथो वायो गउ रे चीणा रो खत ओर ज मूग
डण्डोवण जी लायब मारा चसल गीवारो गीवारा
री पाटी थै पडीयो जी वायतो अजमा
झीरा रो खैत राजा गाठ गठीलो पीपलवी जी
समदारी उली पेली पाल राजा धोला ओ
धोली हल खडे जी घर आया आरी सायचण
पूधे वात राजा कावण वायो खेत मे जी वायो
वायो अजमा झीरा रो खेत धोरी गांठ गठीलो
पीपलो जी लायब मारा चूतर सूजान चूतरानी
पाठी थे पठीया जी काँवड सीचावूपीपली जी
झीरा नो खेत राजा कायण नीग्दाणा पीपईंजो
तपीयो नीग्दाणआ पीपली जी कायण बडावा अजमा
झीरा रो खेत राज खायण बडावो पीपलो जो
बडावी लजाम झीरा रो खेत राजा जतलयां पीपली
जो लयया गाढा मे गाल ओ राजा छतारी
धाया सूखावीयां जी सोवग सीलाडीयां बठाय राजा

286 नालो जगावे जदगावे
बधाई
मोरया उडने दिंशावर जाय रे दादा रे बधाई रे
मोरया थें दिजो मोरया दादोसा तो पूधें थुने
बात  ादिसा जाजा बे सन मोरया सखंरो मारी
फुल बह्न रो पेठ रे सुखरी बधा ी रे मीरया थे दिधी
मोरया उडने (दशावर) (गांव का नाम लेना) जाय के काका
रे बधाई रे मोरया थे दिजो मोरया काकोसा तो पूधे
थाने बात रे काकीसा दिरावे जाता बेसण मोरया
सखरो मारी बहु रो पेठ रे सूखरी बधा ी रे मोरबा
थे दिधीं मोरया उडने मानरे जाय र नाना रे बधई
रसे मोरया दिरावे जाजा बेेसण मोरया मामोसा तो पूधे थने
मामीसा दिरावे जाजा बेसण मोरया सखरी
मारी (घिंवडली बेनड) रो पैंठ रे सुख री बधई रे
मोरया थे दिधी मोरया उ ़ने दिशवार जाय रे भूवा रे
मासो रे बेतड रे बधई रे मोरया थे दिजो
मोरया भूसावा तो (मासीसा बेनड) पूर्धें थाने बात रे
भूरोसा (मामनोसा बेनोसा) दिरावे जाजा बेसणौ
मोरया सुखरो पारी भतीजो री पेठ रे सुख री बधाई
मोरया थे दिधी

297 पोलो व साद
आज शहर मे सुनी अनोखी बात अनोखा
पीला वापरया जी मारा राज लाल पडोसण पीला
लाया चार ओजी कई पीला लीया चार थे
भले लाया चून्दडी जी मारा राज लाल
पाडौसण जायौ लाडण पूत थे मारोडी माय
घवडी जी मारा मरू के जीव ए मारोडी मांय
खयदजीया मूसा नील्या जी मारा राज
थे मरे मारोढी धिव मरजो जमाइया रो
दूसरी जी मनारा राज घोरी धण लागो पेलो दूजो
मास ओजी कई इग्णयी चोथो मास कई
आला भोले मनडो गयो जि मरा राज
नीम्बुडा मनडो गयो जि मारा घोरी छण
ने लागो पाचंसो छठो मास ओजी कई सातमो
आठमो मास घेबरीयां मनडो गयो जी मारो राज
लापसकडया मनढो गयो जी मारा राज घोरी घण
ने लागो नब दस मास ओजी कई नवद दस मास ओब
रिये मनढो गमो जी मारा राज सूरज जी आने
करूणी पुकार ओजी करूली पुकार बेमाता आगे
विनती जी मारा सूरज बाब देसी लाडला पूत 2
वेंमाता पूरे मन रलीजी मारा राज सूरज बाबा दिछो
लाडण पुत बेमाता पूरी मन रखी जी मारा राज सूता
घोरी खूठी जी खाच बतलाया वोले नहीं जी मारा रात
कई थाणे माते मनवार के कई तारी पीडया सूर
पढी जी मारा राज सायब नही माथें मतबार कई
नही मारी पीप्डीया सूरपडी एलो सायबा लाडण पत
बोल्याडा बोल चीतराजी मारा राज मे तो धोरी हंस
किछी बात थे बले बाग्छी गाठडी जी मारा राज

298 पालनो
गोगा थारो पालणौ बन्धाय देवू समली साल रे
आवतडा जाबतडा थारा दादोसा हिग्डो देवे रे दादोसा
हिण्डो देवे थारा दादीसा हंस बतलावे रे सूइजा 2
गीगा सुईजा थूरा दूध पीतासा पीवजा थारे रैशम
री गज जोर लालजी घडीक सोद्वजा रे
गागा थारी पालणो बग्धाय देवू समली सालरे
आवतडा जावतडा थारा बाबी (काकोसा) हिण्डो
देवे रे बाबोसा (काकोसा) हिण्डो तेबे थारा माताजी
(काकीसा) हम बतलावे रै सूईजोर गीगा सूईजा थे
दूध पतासा पींवसा थारे रेशम री गजडोर लाडजी
घडीक सोईजा रे गीगा थारो पालणो बन्धाय देवू
समली साल रें आवतडा जावतडा नानोसा (सामोसा)
मामोसा हिणअडो देवे रे मामोसा हिण्डो देवे थारा
(गानीना मामीसा मासीसा( हंस बतलावे रे सूईजारें
गीगा सूइजा थू दूध पतासा पीवजा थारें
रेंशम री गज डोर लालजो घडीक सूईजारें

299 खिलौनो
सोने के खीलोने से खेलो मून्ना रूप के खीलोने
से खैलो मन्ना थारा दादा बुलावे तूम जावो मून्ना
राणी दादी की गोद में खेलो मून्ना भरा
कढोर दूध का पीवो मून्ना मोनियों के
खीलोने से खेलो मून्ना काँच के खीलोने से खेलो
मून्ना तेरा बाब बूलावे तूम जाओ राण माता की
गोद में छेलो मुन्ना थारा काका बुलावे तुम जाओ
सुन्ना राणी काकी की गोद मे खेलो म्ना
भरा कटोर दूध का पीनो मुन्ना।

300 खिलोना
आज घडी काल घडी ऐझो दिग उगेंला
आज मारो नन्द लाल दाधोसा के बतल वेजा
दादोसा के दतशावेला दादीसा रे मन भावेला
भर डटोरा दूध का ये गठ गठ पीवेला
पाँव में झाझरियां बाबू छमर छमर चालेला
कमर में कन्दोरे रे जाया ठमर ठमर नातेला
आज मारी नन्दलाला वावोसा के बतलाहेला
बाबोसा के बतलावेला माताजी रे मन भावेला
भरा गठोर दूध का ये गठ दठ पीवेला
पांव मे झांझरीया बाबू घमर घमर चालेला

301 दाई
अगड बोरन्ता पगड बोरन्ता चाली चाली पांड करम मे।।
भंवर सा अब नही रेणु थारा घरमे।।
सासू नन्दल यू कर बोरू क्थूरे गया था बगल मे।।भंवर।।
देवर जेठण्या यू क बौले होती आईरे जगत में भंवर।।
छेडियो देधर यू कर बेले दाई ने बुलाव, एक छीन मे।।भंवर।।
आई आई डोडीयो में हालर जायो एक धीन में ।।भंवर।।
थे सीर जीवजो लोडया देवर दाई ने बुलाई एक छीन में।।
भंवर सा अब भले रेवु थारा घरमें
देवर जेठाण्या थे  ंभले जायोज हीम्मत बन्धाई रे दर्द मे।।भंवर।।
सासू ननदल थै मती आयजो मुसो दिमो रे दर्रद में।।भंवर।।
डैढ बेत रो गीगो जायो हूक्म चलायो सारा घर लमे।।भंवर।।
एक घडी रो धाका दिको महीनो रो ठकराई रा
भंवर सा अबै भले रेवु थारा घर में।।

नालो जगावे जद व जलव रा
302 स्वभाव
सात सुपारी सातोई बीडला जी लागो घण ने पेलो दूजो मास
सासूजी लेवण जावजो जी आओ जाया बेसो जाजम ढल
कीणारे कारण आव्या ती थारी वहु और स्वभाव
थाने ओ कोई नही आवसी जी जावो सायब बेगलूर
गाँव बाईसा (भाभीसा) आवो वीरा (देवर)
बेठो मारे पास कीणआरे कारण आव्याजी
मापी धोरी ने ईग्मो चोथो मास थाने ई
लवण आब्या जी थारो धोरी रो ओर ल्वभाव
थरै तो कोई नही आबसी ती जाओ पाली सेर बेनड रे
घर आवजो जी आवो बेनोसा बैठो जाजम डाल
कीणारे कारण आव्या जी थारी बैनड ने पाँचमो छठो मास
थणे ओ लेवण आव्या जी मारी बेनड रो ओरस्वभाव
बारे तो कोई आवती जी जावो सायब कोलार सेर
भुजीशा ली घर आजो जी आवो जमई सा बेठो जाजम डाल
कीनारे कारण आव्याजी थारी नन्द ने सातमो आठमो मास
थाने ओ लेवण आव्या जी मारा बाईसा रो ओरस्भाव
थारे तो कोई नफी आबसी जी थारो घोरी ओर स्वभाव
थारे तो कोई नही आवसी जी पकढो साब माचारी इस
मारे तो कीन सी आवसी जी मचकने जीण लाडण पुत
मारे तो कोई मती आवजो जी पाँव दलीयां री राछू लामसीजी
नीवतू ला देवर जैठ लापी रा भूखा आवसी जी

303 बधाई
जी थे समली हताया बैठा।।जी बाई सारा वीरा।।
जी थारे जमक नेलू।।जी बाई सारा बीरा।।
जी थारे घरे कंवर बाई जलमीयाँ।।जी बाई सारा वीर।।
ए मने साहीना मे नीचो राख्यो।। ए मारी सावछी सायजाणी
ए थारे फूठी खाठ बीछवु। ए मारी सावली सायजाणी
एथारे बारी रा परदा ताणू।। ए मारी साँवलो सायजाणी
ए थारे अजमो गठीलो लावू।। ए मारी सावली सायजाणी
एथा ो धीरत वासीलो मगवू।। ए मारी सायली रायजादी
ए थारे गड री पात रन्धावू।। ए
ए तारो पीलो कदयण लावू।। ए
एथणे कारे बतलावू ।। ए
ए थाणे नित की पीहर मेलू।। ए
ए थले कदेयण लेवा अवू।।
जी थे समली हताया बेठा।। जी बाई सारा वीरा
जी थरे जवक बधाई मेलू।। जी बाई सारा वीरा
तो थारे घर कंवरसा जलमीया।। जी बाई सारा वीरा
ए मन  ेसाहीने मे उंचो राख्यो।। ए मारी सावलो सायजादी
ए थारे पीलंग खातीलो मंगाँवू।। ए
एथरे मीसरूरा परदा ताणू।।ए
ए थारे अजमो सोजंतीयो मंगवा ू।। ए
ए घारे गुड
ए थारे पीलो बन्देजो लावू।। ए
ए थारे जींकारे बतलावू।। ए
थाने कदेयण पीह्नर मेलूओ।। मारी सांवली सायजादी
ए थाने नीस का आणा आवू।। ए
ए थाने मेला मान बढावू।। ए
ए थाने नीत को मूठी भरावू।। ए मारी सांवली सायजादी

304 सूठ अजमो
सासजू सुणेला तो दोड आवेला (पांचा) वेवु तो आरे
दाय नही सात कठसू लावू सी भंवर सा घमको
जी सायब धम धम गाजे भाभीसा सुणएला तो
दोड आसेला चार देवू तो आरे दाय ने आवे
ऋे कठसू लावु ओ भंवर सा धमको जी
सायब घम घम गाजे देराणी सुणएला तो
दोड आवेला बाईसा सुगेला तो दोड आवेला
दोय देवु तो वारे दाय नही आवे चार कठांसु
लावु तो संवरसा धमको जी सायब घब
गाजे पाडोसी सुणेला तो दोड आवेला एक
देवू तो वारे दाय नही दोय कठासु लावू ओ
भंरसा घमको जी सायब लोग सुणेला

305 पीलो
राणी रूकमण जायो फरजन लाल कूकू रो
पगल्या मोकलो तेडी घर रा जोसी जी ने जाय
कुन्दर पुर मोकलो जी रुपीया तो बान्ध्या
हजार मोरा तो बांधी डेढसो जी चाल्या जोसो जी
माजल रात सो कोसा सुरज उगीयो जी हठ वाडीयां
हाठ उगाड बारे तो उबा ग्राहींका जी किणाजी रा
रावल्या रज पूत किणारा मेल्या आवल्या जी
किसग जीरा रावल्या रजपूत रूकमण मेल्या
आव्या जी कित राख पीला रो मोल कित लाख
पीलो चुकसी जो दश लाख पीला रो मोल नव
लाख पीलो चुकसी जी गंगा देवी मारण छोड बाई रे
पीलो लात्या जी उठो मारी सासु नन्द भाभोसा
पीलो देखलेवो ओवो पीलो मे ही ज ओढ सालीयां
मे साक्या पूरज जी सूथा बाई रौस भरया
बतलाया बोले नही जी वारा सू आया बाई
वीर बाईने वीलका कुण किधाजी एक मोडीयां बाली
धीव भांवज गर्म घणओ किधो जी उठो मारी
सुभद्र वे बाई रे पीलो लावसा जी रुपया तो
बांध्या हजार मोरां ई बांधी ढेढ सो ती फीरियां
वीरोसा देश परदेश एडो तो पीलो नहीं मील्यौ जी
पेरो घोरी नवसर हार बाई ने पीलो परो देवौ जी
थरे घडाघू चन्दन हार बाई ने पीलो परी देशो जी
ओढ पेर ने घरे जाय पाछा पाछा तो मती आबजो जी
आवुला भतीजा रे व्याव चन्दड ओढू वोरगी जी
आवूला भतीजी रे ब्यवा चूडला तो पेरू दाँतरा जी
थे भांवज डुग डुग मूग जोय लेणा तो बेचु मन तणाजी
ते भांवज डुग डुग जोय गीत तो गावां मग तणा जो।
नालो जगावे जलवा

306 साठो
जो थने रे गीगा कडीयाँ कण्दोरा भावे थारा
दादोसा री घोदीयां में खेल रे हलरीयां साढो रे
गीगा गुन्द गली रो भावे जो थने गोगा चेन
अगुठी भांवेर थाने नानोसा (मामौसा) री गोदिया
मे खेल रे हालरीयाँ साठो रे गीगा गुन्द गलीरो भांवे
जो थने रे गीगा झगल्या टोपो भावे थारा भुवासारी
गोदीयां खेल रे हालरीयां साठो रे गीगा गुग्ग गलीरो
भावे जो थने रे गीगा हालरीयो भावे थारा
दाईजी री गोदोयां में खेल रे हालरीयां साठो रे गीगा गुन्द
गलीरो भांवे जो थने रे गीगा चान मुठी थांवे थारा
पन्पा सा री गोदीयां में खल रे हालरीयां साठो रे गीगा
गुन्द गली रो भांवे जो थने रे छाने दूध भांवे थारी
मम्मी री गोद माये खेल रे हालरीयां साठो रे गीगा
गुन्द गली रो भांवे

307 जलबा रे दिन गाणे रो गीत
अबलाई साण्डेरा साण्ड पीलाण जचा रे चाला सीगर तपांवणा
अबणाई उठया हे माजल रात सूरज उगायो जचा रे देखा में
अबसाई पोलीडा पोल उघड बारे तो उबा सीगरत पावणां
अबलाई कठोडा रा आयाया सीगरत पावणां
अबलाई चेयार रा राठोडा रजपूत जचा रे आया सीगगरत पायणं
अबलाई बुजो हालरीयां री मांय कहो तो येला में भंवरसा
अबलाई मेला में नही भंबरसा ने ठोर मेला में सूथा मारा जेयठस
अबलाई बूजो हालरीमा री मांय कहो तो झरोखा में भंवरसा
अबलाई झरोखे नही भंवरसा ने ठोर झरोखे पोड्या देवरल लाडला
अबलाई बुजो हालरीयांरी माय कहो तो साल्या में भंवरसा सोयरया
अबलाई सांल्यां में नहीं भंवरसां ने ठोर साल्या में सूथा मारा सूसरोआ
अबलाई वूजो हालरीयां री माय कहो तो रसोवडे भंबरसा सोयरया
अबलाई रसोडें नही भंवरसा ने ठोड रसोडे पोडजा मारा सासूजी
अबलाई बूजो हालरीयां री भवरसा ने ठोड पोल्या मे सुथा हाली
अबसाई बूजो हालरीया री माय कहो तो ढोल्या पर भंवरसा
अबलाई पोल्या में नही भवरसा ने ठोड पोल्या में सूथा हाली बालदी
अबलाई बूजो हालरीया री भाय कहो तो ढोल्याँ पर भंवरसा
अबलाई ढोल्या पर नहीं भंवरसा ने ठोड ढोल्या सुथो बालो जीवडो
अबलाई नूजो हालरीयां री मांय कहो तो सीराने भंवरसा सोयरया
अबलाई सीराने नही भंवरसा ने ठोड सीराने रुधो दात्यो चूडलो
अबलाई बूजो हालरीया री मांय कहो तो पगात्य भंवरसा सोयरया
अबलाई पगात्ये नही नही भंवरसा ने ठोर पगात्ये रुदो पायल सोयर
अबलाई बू जो हालरीयाँ री माँय कहो तो पसवार्ड भबरसा सोयरय
अबलाई पसावडे नही भवरसना ठोड पसवाडो सूथो लोडयो
अबलाई नीघाडे भंवरसा ने ठोड नीधारे ख्याई कालो कूतरी
अबलाई साण्डेरा सण्ड पीलमाण जचा नखराली मांडयो रूसणें
अबलाई चढतां रो पकडी हे जी पाल जलबाने आई जो सीगरत पांवणा

301 बतीसी लावे जग गावे
गाडो अठक्यो वेलूरी रेत के वीरदाय अठकी
वीरा वीरा जी बावा जाया वीरा बती झेलो
के हम वीरद उतावली जी मारे बाई जलमी
हे घीव काकोसा रा जाया जेलडी काका जाया वीरा
बती झेलो के हम घर वीरद उतावली जी मारें बाई इकाना रो
काम बतीसी झेल्या नही सजेंजी मामा जाया वीरा
वती झेंलो के हम घर वीरद उताबली जी मारे बाई
घर खेत्या रो काम बतीसी झेल्या नही सजे जी भूवां
जाया वीरा वती झेलो के हम वीरद उतावली जी
मारें बाई जलमीयो हे पूत के जामण
जाया जेलसी जी जामण जाया वीरा बती झेलोके
के हम घर वीरद उतावली जी थारे बाई जलमी हे धीव
के जदरी वाठा जोवता ती थारे बाई जलग्यो हे पूत
के जदरो वाटा में जोवा जी थारे बाई जलम्यो हे पूत
के जदरो वाटा मे  जोवा जी थने बाई जलम्यो रो लोभ
के घर घर बतीसी ले फीरेजी

 

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