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(आभार राजस्थान पत्रिका)

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देव कोठारी
सत्यनारायण सोनी
पद्मचंदजी मेहता
भवनलालजी
रवि पुरोहितजी

मारवाड़ी विवाह गीत

संकलन- श्रीमती सुगनीबाई बोहरा, श्रीमती कंचनबाई गादिया

21 झूँझारू जी का गीत
झून्झारू राणा कठोडा रा बाजा बाज्या
झझांर राणा कठोडा में लीया रे भेलाण।झू।
झूझाँर राणा बाग पकड़ गुडला चढे
झझाँर राणआ (अपने गाँव का नाम लेना) रा बाजा बाज्या
झूझाँर राणा छत्रीयां में गोरेयारे नोसाण ।झूझाँर।
झूझाँर राणा पेची तो साहे रजने केसरीयां तूरा रो अधिकार
झूंझार राणआ हीरा तो सीहे रनजे ढलकन्त कन्ठा रो अधइकार
झूंझार राणआ घडीयाँ तो सोहे रजने ढलकती कन्ठो रो अधिकार
झूंझार राणआ जामो तो सोहें केसरीयां कसा लाल गुलाल।।
झूझार राणा पांव लाखीणी मोजडी मेन्दी राता पान।।
झूंझार राणा झूँझता झूँझत यू कहो बधावो (सघल) जाता का नाम रो परोबार हो

 

22 गोरख जी का गीत
गोरम बाबा थे मारे आईजो जो पावणा भरने
भादूरवा रो रात।।गोरम बावा गाज्यो ने घड़या
को हरीयाँ ड़ंगरा मे। गोरम बाबा ऊंचा तो घालू बेसणा
गोरम बाबा लूल लागु ली पाय।।
गोरम बाबा चावल तो रान्धू उजला गोरम बाबा हरीयाँ मूंगा री दाल।। ।।गोरम बाबा।।
लचपच रान्धू लापसी गोरम बाबा उपल लीलड़ा नारेल
।।गोरम बाब।। गोरम बाबा घीर भर ताबू तोलडी
गोरम बाबा पापड़ तलू रे पचास
गोरम बाबा बासट तेसठ सारणा गोरम बाबा चोसठ लाग्या रे बंगार ।।गोरम बाबा।।
पाठ जड़ावू पाठियाँ गोरम बाबा चतूर उतारयो बाजोठ।।

 

23 महादेव जी को गीत
महादेवजी ओ वन में एकला कीकर रेवता
पार्वतीजी हुक्म करो सो नगर बसाय देऊं
वारी ओ नाथ वारी शिव शंकर जटा धारी
जटा में पान सुपारी महादेवजी रो परची भारी
महादेवजी ओ वन में भूखालु कीकर रेवता
पार्वतीजी हुक्म करो तो कन्दोई बुलाय देऊं ।।वारी।।
महादेवीज ओ वन में तीरसालू कीकर रेवता
पार्वतीजी हुक्म करा तो होद खोणाय देऊं ।।वारी।।

 

24 डाल बाई
आडे मारग डाली धकीयाँ सो घुड़ले असवार
खम्मा आड़ा कीरने दादोस पूछ घोलारी लज
राख खम्मा धोलारो मालक राखे अमरा पूर में
वास खम्मा अमर पूरा री अमर पालीक वेकुंठा में
कास आडे मारग टाली बाई धकिया यो धड़ले असवार
खम्मा आड फिरने (वाबोसा-काकीसा) पूछे धोलारी लज
राख खम्मा...

25 सती माता की गीत
सती माता कठो़ा रा वाज्या ए राणी गुगरा
सती माता कठोडा में लीया रे मेलाण
मीठारा जाई अगण सम्पाडो ए राणी थे क्रयो
सती माता चोण्डावल रा वाज्या य राणी घूघरा
सती माता छत्रियाँ में गोया रे नीमाण ।।मीठा।।
सती माथो तो धोयो ये चाणी मेठ सू
सती माता चोपड़यों हे तेल (चम्पेल) (सलेत) ।मीठा।
सती माता गेर घूमालों-पेर्यों घाघरो
सती माता ओढण दीकणी रो चीर ।।मीठा।।
सती माता गेर कसूम्बल राणी कांचली
सती माता गले रे ठीकावण हार ।मीठा।
सती माता कीकर छोड़ाय पीहर सासरा
सती माता कीकर छोडी सूगनी घाव ।मीठा।
सया मारी हंस हंस छोडया पीहर सासरा
सया मारी मूलकन छोडी ओ सूगनी घीव
सती माता कीकर छोड़या परण्या (मायबा) पातला
सती माता कीकर छोड़या लाडण पूत ।मीठा।
सया मरी हंस हंस छोड़या परण्या पातला
सया मारी मूलकन छोड़या लाड़ण पूत ।मीठा।
सती माता बलता जो जलता ओ राणीयाँ यू कहवो
सती माता बधजो (जात का नाम) परीवारो
समोठा री जाई अगण सम्पाडो ए राणओ धोकर्यों

26 बाया सा रो गीत
फाया थे म्हारे आईजो जी पावणां
बायां भरने भादरबा की रतात
जी सातू बेनाजी सातू बेना डूंगरीया में रम रयी
छापर्या में छापरहयी आलणपुर री बावडी
बाया ऊंचा तो घालू जी बेसणा बाया लुल लु लागुली पाय। जी
बाया लचपंच रान्धूजी लापसी
बाया उपर लीलड़ा नारेल । जी सातू।
बाया चांवल रान्धू ली उजला
बाया हरीआँ मूंगा री दाल ।जी सातू।
बाया घीर भर ताबु तोलडी
बाया पापड़ तलु रे पचास ।जी सातू।
बाया पोली तो पोचु नवरंगी
बाया तीवण तीस बतीस ।जी सातू।
बाया गीदी बाबू सावठी
बाया देव गड़यो बड़ थाल ।जी सातू।
बाया पूरसण वाली पदमणी
बायां झांझरल र झणकार । जी सातू।
जी सातु बेना डुंगरिया में रम रयी
छापरियाँ में छप रही आलण पूरी री बावडी

27 सभी देवता को गीत
नेनो सो नाडोल्यो में पानीडो बोतर सया
देवता रो लश्कर कहीजे अन्त घणो जी
नाया धोया देवता ने हुवा रे सजोगो
तोई ने नाडोल्या में पानी अन्त घणओ जी ।देवता।
नेनी मी कड़ाई में भोजन बोत सया
जीम्या चूठाय देवता ने हुवा रे सयोगो रे सया
तोई ने कडाई रो भोजन सीग चढे जी ।देवता।
नेना सा में बूगचा में घेणी बोत रे सया
पेरया ओढञया देवता ने हुवा रे संयोगो रे सया
तोई ने बूगचा में घेणो सीग चढ़े जी ।देवता
नेनी सी में चापडो बोत रो सया
पेरया ओढ़या देवता ने हुवा रे संजोगो रे सया
तोई ने कपडो सीग चढै जडी । देवता।
नेना सा (कपला) (चोपड़ा) में कुंकु रो बोत रो सया
चेड़या चूड़या देवता ने हुवा रै संजोगो रे सया
तोई ने चोपड़ा में कुंकु अन्त गणोजी ।देवता।

28 वीनायक
गढ़ रणक भवंर सु आवो विनायक करो रे अणचीती वीरदडी
यां थे तो फीरता तो गीरता नगर ढण्डोल्यो
साटे ने बाबो साघर कीसो येतो फीरता तो
गीरता नगर ढण्ढोल्यो साने काकोस ारोघर
कीसो ये तो ऊंची जी मेडी ने बारे बीजूडा
केव झबल के वारे बारणे ये तो पेलो जी वासो
शीवाजी बसीयो शीवा में भर्या रे दीवाल्या एक
दूजो जी वासो सरवर बसोयो सरवल भरीयो ठंडा
नीर सू पाणी तणी पीणी हारण बोलो बोली ओ
शब्द सवासणा एक दुगणीयो जी वासो बागा
जी बसोयो बागा में वन फल छाबियाँ एक आवे
सुगन्धी वासो दीनायक चम्पो चम्पेली मखो
मोगरो एक चोथो जी वासो चोबटे जी बसीयो
चोबटा में भरीया रे चोरासियाँ एक काका ने
बाई भई रे भतीजा अवल लाडलडा मामोसा
एक पांचमो जी बासो तोरण बसीयो तोरण
छाई कडी चीडकली एक अदन बदन दोय
चीडकली बोली बोली ओ शब्द सुवासणा

29 वीनायक
एक छठो जी वासो मायाँ जी वासीयो माया
में मंगल गाबीयाँ इण बेन भूवा रो नेग
चूकावो भूकण्या रा शबप्द सूहावण एक सातमो
जी वासों चबरीया जी बसीयो चंवरी में बैठा
लाडा लाडंली इण लाड़ली चीर बधाजो राईने
वररो। बधजो सेवरो एक देव वीनायक खूणे
नहीं वेठे बेठो ओ चवड़ा चोक में एक देव
बीनायक झूठ नही बोले बोले ओ सबद् सुबासणा
एक देव खोल में खोटो नही पेरे पेरे ओ सीणीयाँ
सावटु एक देव वीनायक लूखो नही जीमे जीमे ओल चंपच
लापसी एक गुले गुले री बधाओ पवीनायक और बधारो
खाण्ड़ खोपरा एक पापड़ बडीय सुधारो वीनायक
हरीयाँ जी मूंग मडोलना। एक धीरत धीलोड़या
बाधई ओ वीनायक और बधाओ सगली सामग्री
आवे गुगशियाँरी वासी वीनायक कूण सपूती
गणपत पूजी गणपत पूजे )लाड़ला लाड़लीरी) माँयो
वीनायक जा घर बीरत उतावली एक हाथ कूंची जात पूछी
लाड़ला रा बापने एक हाथ लोठी जात मोठी
रा बापरी एक हाथ चरवी ने जात गरवी
टारु पाया में बनडो नीरमलो एक नील्या भर
देवो वीनायक लाड़ला दादोसा ने एक बासंडलीया
वल देवो वीनायक लाड़लीरा बाबोसान एक
जीमडल्या जसे देवो वीनायक लाड़ला रा काकोसा
एक पर ओड़ने जस लेओ बहु सायार दे थारा
लाड़ला व्याक्मे एक नाच कूदने जस लेबो बाई
थारा वीरो सारा व्याव में एक आरतडीयाँ जस
लेवो बाई थारा वीरोसा रा व्याव में एक गाय बजाय
जस लेवो भूवा बाई थारा भतीजा रा व्याव मे
एक गाज बीजे ने अग्नी जी पानी प्यारीओ
रीछीयाँ गणपत थे करो

30 वीरदया
आई आई वीरदया में तो जान नेलेसा। सोला
सोना सु मे तो पेरने लेसा उजला रूपा सु मेती
वान्दने लेसा गार गोबर सु मेती नीपर लेसा
बीरदडीया रे घेरे में तो वान्दूली आपो वीरद पधारे
राजय ज्यादा रा दादो सा वीरद पधारे राय ज्यादा रा
बाबोसा दादोसा आवे आरे लीगन लीखावे बाबोसा
आवे आरे ब्याव रचावे काकोसा आवे आरे भाते
दीरावे बीरद बधावे मारे आवीयो रलीया बधारो
मील गावीयो आई आई वीरदया मे तो जान ने
लेखा खड़ी पाप्डु सु में तो दोलर लेसा कुकुं
चावल सु मे तो छेडर लेसा वीरदडियां पधारे
राय जादी रा वीरोसा वीरदडिया पधारो राये जादी
रां मामोसा वीरोसा जावे आरे (पेरावणी पेरावे)
जान सीनगारे मामोसा आवे आरे मूसालो
पेरावे वीरद बधाओ मारे आवीयो सुखीया बधावो
मील गावीयो आई आई वीरदया मे तोजान रलेसा
बोरंगी चून्दड़ सु मे तो ओढ़ण ने लेस मेन्दीा
मोली सु मे तो छेड़ने लेसा वीरदडीयां पधारो
राय जादा भूरा रोसा वीरदड़ीयाँ पधारो
राय जदा रा बनोइसा वीरदडीयाँ पधारो रायजादी
मासोसा भुरोसा आवे ओरे कलेवो करावे बेनोइसा
आवे आरे माला पेरावे मामोसा आवे आरे नेता
घलावे बीरद बधावो मारे आवीयो

30 मोरत
पेलो मोरत सूरज जी ने होयजो
जठे ठओ कुलमाँय सूरज उगीया जी
दुजो मोरत चन्दमा जी ने होयजो
जठे चन्दा री कहीजे निर्मल रातड़ी
इग्ण्यो मोरत मे सड़ला ने होयजो
जठे मे षवरे ओ धान नीपजे
चोथो मोरत धरती माता ने होयजो
जठे धरती मेे अन धन नीपजे
पांचमो मोरत गउ माता ने होयजो
जठे सोवनथाम्भ वीलोवनो
छठो मोरत कूल बहुवा ने होयजो
जठे पूत जीण ने वश बधाव्यो
सातमो मोरत धीवड़ल्या होयजो
जठे लाल जमाई सीगरत पांवणा

31 सेवरा
पनवाडी रा लाँबा तीका पान गुथ लाई
मारी मालण सेवरो सेवरीयो तो पेरे मारो
बनडो हठ लीयो जी परणीजु सा सुसरोज्ञारी
धीवो रे नीतर अखड कवारो रेड जी कई मारा
बनडा सूतो सपनो आयो कई थारानेणानी रख्याजी
नही मारा साहीना सूतो सपनो अयो के नही मारा
नेणा नीरख्याजी (गाँव का नाम लेना) चेय्यार गडरा
रावल गढ़रे हेसेके राय जादी खेले ढूलीयाजी सहेलियाँ
मेला हार पोवन्ता देख्या तो गोरेड पूणचे चीत गयो
जी भूजाईया भेला जीम तडा ने देख्या तो अणी
आरी अख्या चीत गयो जी
पनवाडी रा लांबा तीका पान गुथ लाई मारी मालण
सेबरो जी सेवरीयो तो पेरे मारी बनडी हक लीयो जी
परणीजु सा सुसरोसा रा जोद के नीतर अखणअड कवारी
रेवु जी कई मारी बनडी सुतो सपनो आयो के काई
थारे नेणा नीरख्या जी नहीं मारी सया सूतो सपनो
आयो के नहीं मारा नेणा नीरख्या जी (गाँव का नाम)
मद्रास गहरा रावल गडरे हेठ राय जादो खेले

32 सावौ आयो सांकडो
ओ लीली घोडी ओ उबी जब चरे
ओ उपर पतलीयो पीलाण
सावो आयो साँकडो
थे तो ुठो दादोसा उतावला
थे तो उठछा बाबोसा उतावला
थारे घर छे घीवडली रो प्याव ।सावो।
थे तोउठो काकोसा उतावला
थे तो उठो वीरोसा उतावला
थारे घर छे भतीजी (बेनड) रो व्याव ।सावो।
थे तो उठो मामोसा उतावला
थे तो उठो (भरोसा) (बेनोसा) मासोसा उतावला
थारे मन्डीयो (भाणीजी) (सालीजी रो व्याव) ।सावो।
ओ लीली घोडीओ उबी जब चरे
ओ उपर पतलीयो पीलाण ।सावो।
थे तो जाईजा भूवासा से देश ।सावो।
थे तो उठो बेनड उतावली
थारे पहीर (बेनड़) (भतीजी) (भाणीजी) रो ब्याव ।सावो।
घुडलाजी भरी तलाई में झूलतडाने देख्या
ोगोरडे पूणचे जीत गयी दुकाना बैठा लेखो करता
देख्यो तो हीवडा मांय हरशीयो जी

33 स्वाग कामण
बनडी री माता दाल दलोनी उड़दारी बनडी काकी
दाल दलोनी उडदारी थे उडद मूंग सब दल लो
स्वाग कामण करलो स्वाग वादा पले बनडीरा
कामण चले बनडी रो भावज दाल दलेजी उडादारी
बनडी री मामीयां दाल दलोनी उड़दारी थे उड़द
मूंग सब दललो स्वाग कामण करील स्वाग बादा
पले बनडी रा कामण चले बनडी री भूवा दाल
दलोनी उड़दारी बनडी री बेना दाल दलोनी
उड़दारी बनडी री मासीयां दाल दलो नी
उड़दारी थे उड़द मूंग सब दल लो स्वाग कामण
करलो स्वाग वादा पले बनडी रा कामण चेल
34 वीरो
बागां में बाजे जंगी ढोल गलियां में बाजे
सोरंगी जी आया बाई रा जामण जाया वीर चून्दड
लाया बीरंगी आया बाई रा माता जाया वीर चून्दड़
लाया रेशमी जी नापु तो हाथ बचसा तूली तो
तोला तीस रीजी अल्ला जडीया रे जडाव
घूघट ऊपर घूघरा जी मेलू तो तरसे मारों
जीव ओडू तो हीरा खरी पडे जी ओडू मारा
कवंर रे ब्याव चारों ही पल्ला रलकन्ता जी
ओढू मारे घीवड़ली रे ब्याव घूंघट ऊपर घूघरा जी
देखे मारा देवर जेठ सीली वाला साहीबा जी
देखे मारो सो परिवार राजन्नद देखे मूलकन्ता जी
(दूसरी बार भी कहना)

35 स्वाग
बनी बैठी कुर्सी पे रूमाल मांगे।
अनपे दादा से रुपया हजार मांगे।
अपने बाबोसा से रुपया हजार मांगे।
अपने दादी सा ने पूरा स्वाग मांगे।
अपनी माता से पूरा स्वाग मांगे।
बनी बैठी कुर्सी पे रुमाल मांगे।
अपनी काकोसा से रुपया हजार मांगे।
अपने वीरोसा से रुपया हजार मांगे।
अपनी काकी से पूरा स्वाग मांगे।

36 बनो
चीरमी बाजोठयो ने मोतीडासु जडीयो बनासा कागद
मेलू जीसोत्या कागद मेलू मे कीकर आवा रेशम
केरी राण्या में कीकर आवा फूला केरी राण्या
बाबोसा के तो पधारा काकोसा के तो पधारा
बाबोसा वीराज्या जोसीडा री हाठो लीगना रे मीस आइजो
काकोसा वीराज्या सोनीडा री हाठो गेणा रे मीस आइजो
चीरमी बाजोठयो ने मोतीडा सु जडीयो
बनासा ने कागद मेलू जीसोत्या नेकागद मेलु
मे कीकर आवा फूला करी राण्या वीरोसा के तो पधारा
मे कीकर आ रेशम करी राण्या मामोसा के तो पधारा
भूरोसा के तो पधारा बेनोई सा के तो पधारा
मामो के तो पधारा
वीरोसा वीराज्या बजाजी री हाठा चून्दड रे मीस आयोजो
मामोसा वीराज्या चीरोइया री हाठा चूडला रे मीस आयजो
भूरोजा वीराज्या कन्दोय री हाठों छाबा रे मीस आइजो
बेनीसा वीराज्या तमम्बोली री हाठा बीडला रे मीस आइजी
मामोसा वीराज्या माली डारी हाठी सेवरा रे मीस आइजो

37 बनी
बनीये बाबोसा गोरवा बेठी काई जोवे ए
नजूए काकोसा री गोरवा बेठी काई जोवे एबाबोसा

38 घोडी
लीली तो घोडी ओ राईवर लील बछेडी
पीली तो घोडी ओ राईवर पीली बछेडी
लीली तो चढता ओ राईवर बाबोसा भले हरख्या 2
बबोसा तो हरख्या ओ राईवर माताजी भल मूलक्या
काकोसा तो हरख्या ओ राईवर काकीसा भल मूलक्या
जब जाग बनीये मांग बनीये बनडो के सो फूठरो

दूधा रो प्यालू ओ राईवर दईया जैसो उजलो
सूरज री कोरण्या ओ राईवर चन्दा जैसो भरखीवो
लुंगा रो चकीयो राइवर डीडा जैसो चरचरो
धोली तो घोडी ओ राईवर धोली बछेडी
राती तो घोडे ओ राइवर राती बछेडी
दोली तो चढ़ता ओ रईवर वीरोसा भल हरख्या
राती तो चढ़ता ओ राईवर मामोस भल हरख्या।
घोडी
वीरोसा तो हख्या ओ राईवर भूजईसा भल मुलोक्या
मामोसा तो हख्या ओ राईवर मामीसा भल मुलक्या
जब जाग बनीये माँग नबीये बनडो के सो फुठरो
दूधा रो प्यालू ओ राईवर दईया जैसो उजलो
सूरज री कीरण्या ओ राईवर चन्दा जैसो भरखी के
लूंगा री चकीयो राईवर डोडा जैसो चरचरो
(भूरोसा बेनोसा मामोसा का नाम लेना)
जीउ जोउ नवल बना री बाठकीसरिया आया रंग
रले जी काकोस ाजोउ मारा फूुल बना री बाठ
केसरीया आया रंग रले जी बबोसा लूगडो डारो
खेतज कुण भेल्यो जी काकोसा लुग डोडारो
खेतज कुण मेल्योजी बाई ए आई आई नवल
बनारी जान केसरीय पूडला भेल्या जी 2
बाबोसा एक पचतावो बाई पे मन रलीयो काकोसा
एक पचतावो बाई रे मन रलीयो जी बावोसा
घीवडली गोरी ने रायवर साँवलाजी काकोसा
भतीज्या गोरी ने रायवर सांवलाजी बाई ये
सांवल्या हे किसन मुररो के तीन भवन रा राजवी जो।
बनीये वीरोसा री गोरवा बेठी कई जोवे ए बनीये
मामोसा री गोरवा बैेठी कई जोवे ए वीरोसा जोवू
मारी नवल बना री बाठ केसरिया
रंग रलेजी ममोसा जोवू मारी फूल बनारी बाठ केसरीया
रंग रलेजी वीरोसा लुगडो डारो खेतज कुण भेल्योजी
बाई ए आई आई नवल बनारी जान केसरीया घूडला
भेल्याजी वीरोसा एक पीचतावो बहाई रे मन रलीयो
जी मामीसा एक पचतावो बाई रे मन रलियो जी
वीरोसा बेनडली गोरी ने रायवर सांवला जी
बाई ए सांवल्या हे कीसन मुरारी के तीन
भवन रा राजवी जी 2
घोडी
तू तो चाल घोडो चाल म्हारा दादोसा रे घर चल
तू तो चाल घोडी चाल म्हारा बावोसा रे दर बार।
में तो नहीं चलूं महाजन म्हारे धपाधरा री आण
घोडी चरे चिना री दाल सब रायवर जीमे उजला याँत
बनासा रथ मेल्या सिणाखर बनडी ऊभी जोवे बाट।
तू तो चाल घोडी चाल म्हारा काकोसा रे घ चाल
तू तो चाल घोडी चाल म्हारा वीरोसा रे दर बार।
में तो नहीं चलूं महाराज म्हारे घमआ धरा री आण
घोडी चरे चिना री दाल रायवर जी में उजला दांत
बनासा रथ मेल्या सिणगार बनडी ऊभी जोवे बाट
(भूरोसा बेनोसा मामोसा का नाम लेना

39 वीरो
।।वीरो।।
कठा सु आई सुंठ सु कटा सु आयो जोरो।
कठा सु अयो ए थारो जामन जायो वीरो।
कोटा सु आई सुंट बूंदी सु आयो जीरो।
जायव सु आयो ए मारो जामन जायो जीरो।
कायन में सोवे सुंठकायन में सोवे वीरो।
कायन में सोवे ए यारो जामन जायो वीरो।
जापा में सोवे सुंठ छकका में सोवे जीरो।
माहेरा में सोवे ए माँ को जामना जायो वीरो
कायन में आवे सूठ कायन में आवे जीरो
कायन मं आवे ए थारो जामन जायो वीरो।
डाबहो के आवे सूठ थेली में आवे जीरो।
मोटर में आवे ए बाई रो जामन जायो वीरो।
कठे उतेर सूंठ कठे उतरेजीरो।
कठे उतरे ए बाई रो जामन जायो वीरो।
साल्या में उतरे सूंठ पोल्या में उतारो जीरो।
मेला में उतारो ए बाई रो जामन जायो वीरो।
दुल गईसुठ बिखर गयो जीरो।
हूठ गयो ए बाई रो जामन जायो वीरो।
बौंर लैसू सूठ अवेर लेसू जीरो।
मनाथ लेसू ए बाई रो जामन जायो वीरो।

39 मोत्या रा लांबक झूमका कीस्तूरी ओ राजा वान्दरवाल
बधावो जी मारे आवीयो वान्दू सूसरोसा रे ओवरे बान्दू
काकोसा रें ओवेरे आरी राण्या ओ राजा जायो हे पूत
बधावो जी मारे आवीयोरजाया रा हरख बधवाणा
परण्यारी ओ राजा रात जगया बधावोजी मारे
आवीयो चार सोलावो छोकी चून्दडीया चार मोलावो
चोक चूडला परदेशन ओ बाई नन्दल ओठाय बधावो
जी मारे आवीयो परदेशन ओ बाई जेठूत्या पेराय
बधावो जी मारे आव्यो.

40 भूवा बाई आरती करे जद गावणो
जीयो गार ग्याल्यां सु गोबर मंंगावो निपावो ओर ओरडी जी
जीयो जग मोत्या रा चोक पूरावो सीहांसन घाल्यो बेसणो जी
जीयो बेठे बेठा (नाम) रा शीश करो बाइ भूवा आरती जी
आरती करना ने बारल लागी मांड्यो रुसना जीयो
माथो जी धोयनो शीश गुंथायें मोतीडा सु मांग भरावीया जी
जीओ डब्बो जी काडीयो ने गहना जी काडीया तो चूका तो पेरी जडावरी जी।
पेठी जी खोली ने कपडाजी पहरयां अंगीया लाल गुलाबरी जी
जीओ रीम झीम रीम झीम करता महल पधायां (नाम) रूसनीजी
अगात्ये उबी ने पगात्ये उबी तोई न बोल्या घण रा साहीबाजी
गाडी जो,त ने पीहर जासा ओ दुख कैसा माीरी मांय ने जी।
छोठी सी नणदल पुछण लागी कीग दुख चाल्या भांवज बापरेजी
काचली रा कसना बाईसा गुल ने लाग्या.
इन दुख चाल्या बाईसा बापरे जी।
जीयो लीली सी घोडी ने लाल पीलाणे आणे आल्या।
जीयो हाथ पकडीयो ने पूणच्यो जी पकड्यो चालो मोटा री जाई आपणए जी।
जीयो ढोला जी हारीयां ने मरवण जीत्या कूल जूग आयो रे संसार में जी।

40 आरती
चक चन्दने चक चन्दने गार गलाबो 1 नीपाओ ओर ओरडी जी
चक चन्दने जग मोत्या रा चोक पुरावो घालो सींहासन बेसणोजी
जठे जठे जठे बठे (नाम) रा शीश करो बाई भूवा आरतती जी।
बाई री सासु बाई री सासु जी।
नण्द पुछे ए बात भावंज कांवण घाली रजरी आर
तीजी रुया घाल्या रुपया घाल्या पचास ओमोरा
लाली डेठ सोजी बहु जूठा भावज जूठा जूठ मती बोलो
थारी एक टका रो आरतीजी बी बीडला घाल्या
बीडला घाल्या पचास सुपारीयां घाली डेठ सो जी
पाना बिडला पाना बिडला ए कोट चूनावो सुपारियां
नगर बेछावजो जी

। भूवा बाई आरतो करन रो गीत।

41 पीठी रो गीत
मारी हल्दी आट्या री हल्जी बनो थारा बाबोसा मोलावे
माता रे मन कोट हो बनी थारा जोडी रो केसरीयोरायजादी
पीलीडी अंग लगावो रायजादा जीण चढ रुप सवायी ए
आटया री हल्दी बनी थारा जोडीर रो केसरीयो
पीलोडी अंग लगावो रायजादी जीण चढ रूप सवायो ए
नांवण कुंड लाडली नावे ओ (लाडला)
ज्यारा पगल्या रे हेठ गंगा बसे
जठछे मारो वो परीवारो नावे ओ
ज्यारा गल्या रे हेठ गंगा बसे
जठछे उबा लाडला (लाडली) नीरखसी ओ
दादो सा ने (सायर) दे पधारीयां दादीसा
जठे ऊबी लाडली (लाडला) नीरखसी ओ
बाबोसा ने लाडम दे पधारीयां माताजी

42 पीठी रा गीत
मारी हल्दी रो रग सुरंग नीपजे मालवे मोलावे लाडली
रा दादोसा दादीसा रे मन रले मोलावे लाडली रा बाबोसा
माता रे मन रले मोलावे लाडली रा काकोसा काकीयाँ
रे मन रले वारे दादीसा रे मन कीड कोड घणो करे
वाणा माताजी रे मन कोड कोड घणो करे
वारा काकीसा रे मन कोड कोड घणो करे
(वीरोसा मामोसा भुरासो बेनोसा मामोसा)

43
गेहू ने चीना रो उघटनो राय चम्पेली रो तेल
रायजादो बठो उघटने आवो मारा बबोसा नीरख लेयो
आवो मारा काकोसा नीरख लेवो।
थार नीरख्या सुख होय।
रायजादो बेटो उघटने रायजादी बेठी उघटने।
(यहा सभी के नाम लेना)
सूणो सूणो जोघाणा गढ तेली सूणो सूणो
मद्रास का गढ तेली जी घाणी पीलो केसर ने
कस्तूरी मांय घालो मरवो ने मगदूरी जी माय
घालो जायफल ने पजावत्री जी ओ तेल लाडलो रे
अंग चढसी को तेल रायजादा रे अंग चढसी
लेखो आरा बाबोसा कर लेसी दगडा आरा काकोसा
भर लेसी जी कोड आरा माताजी कर लेसी
गीत आरा काकीसा गांय लीसी जी।

45
हल्दी आई वीणजारा री पोल उतरी चोवटे।
मोलावें लाडली डा बाबोसा माता रे मन रले।
मोलावीे लाडलडी रा काकोसा काकीयां रे मन रले
आरी माता रे मन कोड कोड घणो करे।
आरी काकीयां रे मन कोड घणो करे।
आवी भांवज रे मन कोड कोड घणो करे।
आरी मामी मासी रे मन कोडा कोडा घणी करे
आरी बेन भुवा रे मन कोड कोड घणो करे।

46 पठी चड़ाबे उतारे जणे गावनो
नाम पूछे बालमीमां थारी चून्दड चींगट क्यों रे हुई।
रायजादी रे तेल चढावतडा (रायजादा)
रूप रूडी रे तेल चढावतडा (रूपचढा)
मारी चून्दड चींगट यू रे हुई।

47 विनायक
सेरीया तो सेरीया वीनायक कीरीयो तो गणपत कीरीया
तो आज कीणासा रे गणपत नोवतियां जी आज
सूरज जी रे गणपत नीवतीयाजी आज बाबोसा रे
गणपत नीवतीयां जी रान्धी हे गुगरी ने कीधो है
नेवज बहु राणा दे गणपत पूजसी जी बहु ने सायर
दे गणपत पूजसी घडी क गणपत पूजसा ने भर
भर मोत्या थाल राती फूली रींगणी ने धोली फूली
ज्वार सेरीया तो सेरीया विनायक फीरया तो गणपत
फीरीयां तो आज कीणासारे गणपत नीवत्या जो
आज काकोसा रे गणपत नीवतीया जी आज वीरोसा
र गणपत नीवतीयां जी रान्धी है गूगरी ने
कीधा हैं नेवज बहु ने लाडम दे गणपत
पूजसी जी बहु ने पाठम दे गणपत पूजसी जी
घडीक गणपत पूजसी ने भर भर मोत्या थाल
राती फुली रौंगणी ने धोली फूली ज्वार
(मामोसा भूरोसा बेनोसा मामोसा का नाम लेना)

48 वीरद
मारे आंगण कांच बीड़वो के रंघ भर ढालू
क्ोलीयो जी ढोल्यो पोड्या दादोसा रा
शीश बाबोसा ढोल्ये बोठ्या जो ढोल्ये पोढ्या
दादोसा रा शीश काकोसा ढोल्ये पोढ्या जी बाबोसा
थारी नीन्दडली नीवास के सांवों आयो सांकडो जी
काकोसा थारी नींन्दडली नीवार के सांव आयो सांकडो जी
वीरदडीया रो बडों रे उछाबो के दादोसारा
छाबा जश लीयो जी वीरदडीयां रो बठो रे
उछाब दादोसा रा छाबा जश लीयो जी
मारे आगंण कांच बीड़ावो के रग भर ढालु
क्ील्यो जी झोल्ये पीढे नानोसा रा शीस मामोसा ढोल्ये
पोढ़या जी वीरोसा थारी नीन्दडली नीवार के तावो आयो
साकडो जी मामोसा थारी नीन्दडली नीवार के सावो आयो
साकडो जी वीरदडीयाँ रो वडो रे उछाब बाबोसा रा छाबा
जश लीयो जी वीरदडीयाँ रो वडो रे उछाब मामोसा रा छाब
जश लीयो जी

49
ये मद्रास सीरखा शेर माँय मालीण्या दश बोले
ये चैय्यार सीरखा शहर मोयं मालण्य दश बोले
ए दादोसा रा पोता जोगो सेवरीयो गुंथ लायजो।...
ए बोबसा रा कवंरा जोगो सेवरीयो गुथ लायजो...
सेवरीये सोना री कलीयाँ राय रुपारी डलीया2
ए देदे घूमड पेरो मारा बनडा सेवीरोय फूलीजे
ए तावडीये मत चलो मारी बनडी सेवरीया कूमलीजे
ए छाया-छाया चालो मारा बनडा सेवरीयो फूलीजां
बनासा थारो सेवरीयो चीत लागो
जीसोत्या थारो घुंघठीये पठ लागो
ए काकोसा रा गांव माये मालष्य देस बोले
ए बीरोसा रा गांव माय मालण्या दश बोले
ए मामोसा रा गांव माये मालण्या दश बोले
ए काका रा भतीजा जोगो सेवरीयो गुथ लायजो
ए मामा री भाणीजी जोगी सेवरीयो गुथ लायजो
ए सेवरीये सोना री कलीयां राय रुपारी डलीयां
दे दे घुमड पेरो मारा बनडी सेवरीयो फूलीजे
ए तावडीये मत चालो बनडा सेवरीयो कूमलीजे
ए छाया-छाया चालो मारी बनडी सेवरीयो फूलीजे
(भूरोसा बेनोसा मासीमा का नाम लेना)

50 वीरो
फीका लागे छे मुझे पान ओ सुपारी बीना
सुना लागे छे परिवार ओ वीरोसा बीना
बाबोसा आवे ने काकोसा आवे
कुणा ओढवे चून्दड आय ओ वीनोसा बीना
फीका लागे छे मुझ पान ओ सुपारी बीना
बडी माँ भी आवे काकोसा भी आवे
कुण पुछेला मनरी बात हो माताजी बीना ।।फीका।।
बाबोसा री बेठी आवे काकोसा की बेठी आवे
कूण नाचेला मण्डप बीच हो जामण की जाई बीना ।।फीका।।
बाबोसा का बेठा आवे काकोसा का बेठा आवे
कूण ओढ़ावे चून्दड आय ओ वीरोसा बीना
कूण पेरावे महिरो आय ओ बीरोसा बीना
फीका लागे छे मुझ पान ओ सुपारी जीना
सुना लागे छे परिवार ओ वीरोसा बीना

51 सवाग और चून्दड
सवाग सुन्दर बनडी वारे जी आवो
ओडो केसरीयां वरनी चून्दडी
मारा बाबोसा देखे मारा काकोसा देखे
कि, विध ओढुं ओ राईवर चुन्दडी
थारा बोबोसा ए बनडी लीग्न लीखावे
माता जी बडवेरसो वधावशी ।।सवाग।।
मारा काकोसा देखे मारा काकीसा देखे
किस वीध ओढ़ ओ राईवर चुन्दडी
थारा काकोसा ये वनडी भात दीरावे
काकीसा सारणया सीण्गारसो ।।सवाग।।
मास वीरोसा देखे मारा मामोसा देखे
किस विध ओढ़ ओ राईवर चन्दडी
थारा वीरोसा ये बनडी पेरावणी पेरावे
भावंज आणो सीणगारसी जी
थारा मामोसा ये बनडी मायोर पेरावे
मामासा कुलझरीयो सीवारसी ।।सवाग।।
मारा भूरासो देखे मारा बेनोसा देखे
मारा मामोसा देखे मारा मामीसा देखे
किस विध ओढ़ु राईवर चून्दडी
थारा भुरोसा ये बनडी बन्दोली कढावे
बेने भुवा आरतडी उतारसी
सवाग सुन्दर वनडी वारे जी आवो
ओढो केसरीयां वरनी चुन्दडी

52 कामण
भर भादरवो रात अन्धारी।
कामण करवा चाली ओ राज
मेला बेठी डोर चलावे।
बाबोसा री प्यारी ओ राज
देवर बन्धु पोवे पीसे।
जदेठ भरेला पानी ओ राज
जेवर जेठाण्या डुग मुग जोवे।
बनी राणी घर री घीराणी ओ राज
भर भादरवो रात अन्धारी।
कामण करवा चाली ओ राज
मेला बेठी डोर चलावे।
काकोसा री प्यारी ओ राज
देवर बन्धु पोवे पीसे।
जेठ वीरोसा भरेला पानी ओ राज
सासुनन्दल डुगमूग जोवे।
बनी राणी घर री धीराणी ओ राज

53 बनी
बनी राणी थारा बाबोसा बाग लगावीयो जी
बनी राणी थारा काकोसा बाग लगावीयो जी
बनी राणी था बीन सीचेंना कुण
मारा हरीयां वन री कोयली ।1।।
बाबोसा मांसु छोठी सी मारी बेनडी
काकोसा मांसु छोठी सा मारी बेनडी
बाबोसा लूल लूल सीचेंला बाग ।।मारा।।
काकोसा लूल लूल सीचेलं बाग ।।मारा।।
बनी राणी थारा वीरोसा बाग लगावीयो जी
बनी राणी थारा मामोसा बाग लगावीयो जी
बहनी राणी था बीन सीचेला कुण।
मारा हरीयां बनरी कोयली
वीरोसा मासु छोठी सी मारी बेनडी
मामोसा मासु छोठी सी मारी बेनडी
वीरोसा लूल लूल सीचेला बाग ।।मारा।।
मामोसा लूल लूल सीचेंला बाग। ।।मारा

54
बना सोनो तो थे लावजो
बनडी रे भवरं घड़ाई ओ राईवर घेरो फूल गुलाब रो
बनो रुपो तो थे लावजो
नजुरे जोड धड़ई ओ राईवर घेरो फल गुलाब रो
बना जोसीडारी गल्यां हायरयां लीग्न री खबरा लाया हो
।।रायवर गेरो फूल गुलाब री।।
बना सोनीडारी गल्या साचरीयां गेणा री खबरा लाया हो
।।रायवरा।।
बना बनाजी रो गल्या साचरीयां री खबरा लाया हो ।।रायवरा।।
बना चोरोयारी गल्या साचरीयां चूडालां रो घबरा खबरा लाया हो ।।रायवरा।।
बना हालू चालू तो पायल बाजे घणी झांझर रे ठणके हालू हो ।। रायवरा।।
गना थे डींगा में झाठ रा तोरण पे झगडो लागी हो।।रायवर।।
बना थे गोरा में सावलां चवरीयां में ढगडो लागी हो ।।रायवरा।।
बना थे माता में दूबला मेला में झगडो लागी हो।।रायवरा।।
बना बना केवू के एलची गायड मल के बतलाबू हो।।रायवरा।।
फूटर मल के बतलावू हो ।।रायवर।।।

55 घोडी
घोडी रा उर खूर बांचना घोडी मेन्दी लगाई
बनी पूछे हो प्यारा लाडला घोडी कहां से मंगाई
मारा दादोसा रे देश घणएरी घोडी वहां से मंगाई
मारा बाबोसा रे देश घणेरी घोडी वहां से मंगाई
चढो-चढो हो प्यारा लाडला घोडी अधेर नचाई
खूबवन्या ओ प्यारा लाडला घोडी अयरे नचाई
खूबवन्या ओ प्यारा लाडला सारो सहर सरायी
आगे बनासा री पाली लारे लोग लुगाई
घोडी रा उर खूर बांजना घोडी मेन्दी लगाई
बनी पूछे हो प्यारा लाडला घोडी कहां से मगाई
मारा वनीरोोसा रे देश घणेरी घोडी वहां से मंगाई
मारा माोसा रे देश घणेरी घोडी वहां से मंगाई
चढो-चढो जी प्यारा लाडला देखु चतुराई
चढो-चढो जी होष्यारा लाडला घोडी अधरे नचाई
खूब वन्या ओ प्यारा लाडला घोडी अधरे नचाई
खूब बन्या ओ प्यारा लडाला सारो सहर सराई
आगे बनासा री पालकी लारे लोग लूगाई

55 वीरो
आज तो वीरोसा मारा बागा आय वीरालीयाजी
बागा आय विराज्या वीरोसा ने माली सराहया
।।वीरा मारा आया रे वीरा मारा आया रे।।
मारी चन्द्रगौरजा करो आरती रे ।।वीरा।।
नव मन मिश्री घोल वीरोसा ने सर्बत पवो रे
आज तो वीरोसा मारा सखर आय वीराजीयाजी
सखर आया विराज्या वीरोसा ने पनीहारियां सरारया
वीरा मारा आया रे वीरा मारा आया रे मारी
चन्द्रगौरजी करो आरती ।।वीरा।।
नव मन मिश्री घोल वीरोसा ने शर्बत पावो रे
आज तो वीरोसा मारा चोवटे आय वीराज्याजी वीरा
चोवटे आय वीराज्या वीरोसा ने चोरास्या सराया रे
वीरा मारा आयारेवीरा मारा आया रे
मारी चन्द्रगौरजा करो आरती रे ।। वीरा।।
नव मण मिश्री घोल वीरोसा ने शर्बत पावो रे

56
घोडी
गढ शत्रजा सु घोडी मंगाय दो
घोडी रो ठगको भारी ओ ।।रे माली अला बछेडी।।
पकर पावडीये गायड मल चढीयो
लारे वीन्दोली बागो झेल्यो रे ।।रे मारी अला बछेड।।
थे ई बनीसा मारो बागो मती झेलो
दूकाना बेठोठा बाबोसा देखे ।।रे मारी अला बछेडी।
थेई बनीसा मारो बागो मती झेलो
कचेरियां में बैठा काकोसा देखे रे ।।मार अला बछेडी।।
थारा बाबोसा मारे सूसरोसा लागे
थारा काकोसा मारे की सूसरा लागे
दोना बीछे न्याव करावी ।। रे मारी अला बछेडी।।
गढ गीरनालीयां सू घोडी मगाय दो
गढ हतणापूरी सू घोडी मगाय दो
घोडी रो ठणको भारीओ ।।रे मारी अला बछेडी।।
पकड पावडीये घायड़ मल चढ़ियो।
लारे बिन्दोली बागो झेल्यो ।रे मारी अला बेछेडी।
थेई बनीसा मारो बागो मती झेलो
रसोडा में बेछठा माताजी देखे ।रे मारी अला बछेडी
घडी 2
सालीयां ने वेठा काकीसा देखे । रे मारी अला बछेडी।
मेला में बेठा भाभी जी देखे । रे मारी अला बछेडी।
थारा माताजी मारे सासुजी लागे
थारा काकीसा मारे काकी सासू लागे
थारा भाभीसा मारे जेठाणीजी लागे
थारा मामीसा मारे मामी सासु लागे
दोयां बीचे न्याव चूकावो ।रे मारी अला बछेडी।
दोयाँ बीचे न्याय चुकावो ।रे मारी अला बछेडी।

57 बधावो 3
दोय डुगंरा बीचे वेल पसरी वीरारे आगंण आंबो
मोरियो थे तो सुनो-सुनो जी मारा सीमरथ
साहीब। नन्द पडोसण मती राखजो वे तो
सीहीजी देखे ने सीहीज मांगे उठ प्रभाते
मांसु कलो करे। थे तो गेला ओ गोरी असल
गीवारो साव गमाये। थारी जीम रो। में तो ओलु
जो दोलु महल चूनावू अधवीज राखू बाई रो
ओवरो में तो दातंण करसां ने हेलो जी मारू
झारी भर लावे बालो आणजो। मेतो जीमण
बैठा ने होलो जी पाडां थाल परोसे मारी
बेनडी ए तो ओलु जी दोलु भई रे भतीजा।
़गोद खेलावु बाला भाणजा। ए तो रतनारे
आगण (बाई रा) वीरो स उबा। दो मारी बेन
आशीश जी। थे तो बधजो ही वीरा बड ने पीपल
ज्यू लीलडा नारेला लड लुंबके
थे वड जीऊ बधजो ने द्रोब ज्यू पसरजो
लूल जो वीरा रायण रूख ज्यू
ये तो राया रे आगंण बाई रो भावजं उबी
दो मारा बाईसा आशीश जी
एक अणियारे घुंघड बाई री भावज उबी
दो मारपा बाईसा आशीश जी
थे तो सात हो भावंज पूत जीणजो एक न
जीणजो सुगणी थारी थीवडने
परडोसन देजो ज्यू चिन्ता आवे भोली
नन्दरी थारी घीवड ने पाडोसन तीजे नीत
उठ आवे थारे ओलुम्बा थे तो धन-धन हो बाबो
रा चांवा बेनडरो मान बडो करीयो

58 विनायक
(तर्ज-जब तुम्हीं चले परदेश)
माता पृथ्वी के नन्द, करो आनन्द, सदा सुख पावो
जो गौतम गणपति ध्यावो ।।टेर।।
जय-जय गणेश, जय गणनायक, जय-जय गणधर
जय शिव दायक, लाखों नर-नारी, देव-देवी गुण गावे
जो गौतम गणपति ध्यावो।।1।।
दुर्भाग्य मिटे, दारिद्र नशे, सौभाग्य बढे संपत्ति विलसे
नुपुर रणकाती राणी लक्ष्मी आवे।।2।।
हे विध्न-विनायक जगनामी, लब्धि संपन्न निधइ स्वामी
आशा तरु में नव-नव पल्लव प्रगटावे।।3।।
दुर्मतिवारण संकट हरता, शरणागत की पालनकर्त्ता
शत्रु भी मित्र बन सदा शीश नमावे
संत मुनि मंगलाचार कहे, दे ऋद्धि-सिद्धि भण्डार भरे
मकरंद गंध सा दिर्गाध गंध यश छावे।।5।।

59
(बाने बैढावे जद गावना गीत)
गढ़ रण के भंवर सुं आओ विनायक करो रे अनचिति
बिरदडयाजी । फीरतां तो गिरतां नगर ढ़ढोरयो तो सासु
सारो घर कीसो। एक ऊँची सी मेडी ने बारह बिजौरा
केल जबल के आने वाड़णे।। पेलो जी वासो बसीयो
गणपति, सीवा में बसीयो, सीवा में भरिया सिवारिया।।
एक दूजोजी वासो बसीयो, गणपति चौठा में। भरिया
चौरासी। इगनोजी वासो बांगाजी बसीयो बागा में
भरिया वनफूल। चौथोजी वासो सरवर बसियो, सरवर
भरिया ढ़़ा नीर सौं।।। एक काका ने बाबा, भाई रे
भतीजा लाडलडारा मामीसा।
एक पांचवो जी वासो गणपत तोडण वसियो तोडण सोभें छीड़कलियाँजी।
एक छठो बासो वसियो गणपत मायाजी वसियो माया में
सोवों लाडाललाडली। एक लाड़ली रो चीर बदजों राय वर रो सेवरो।
एक सातवों वासो गणपत चंवरयाजी बस्यो,
चंवरिया में सोभें लाडालाडली। इन जोसीने दान जे दीजो लाडालाडली परनावसी।
एक अढावों जी वासो ओरां जी वसियों, ओरां में भरिया
रे वडेरा सौं। एक ओरां में दिवलों जी सोभें, एक आवे
गुगरिया री वासे विनायक। कुण रे सपुती विनायक,
पूजशी। एक पूजे लाड़लडा री माय विनायक ज्यांरे घरे
विरद उतावली जी। एक विनायक कुण नहीं बैठे-बैठे ओ चोडा चौक में।एक देव विनायक लूखो नहीं जीमे
जीमे ओ लचपच लापसी। एक देख विनायक फाटो नही
पेरे, हो सोनीया साव टू। एक देव विनायक झूठ नहीं
बोल, बोले हो शब्द सुहावनी एक गुड़ री जी भेली बंधावो
विनायक, खांड बधावो खोपरा। एक पापड बडीया बंधावो
विनयाक, हरियाजी मंग मंडोलाणा। एक धृत जी लोड्यां
वधावो विनायक, तेल बढजो सिघडा। एक हाथ कूची ने
जात ऊंची चारूं पंखेरू वनडो। निरमलोजी। एक हाथ
लोटी ने जात मोटी चारूं पंखेरू वनडो निरमलो जी।
एक हाथ चरवी ने जात गरवी चारू पंखेरू र बनडो
निरमलोजी। एक को थडल्यां जस देवो विनायक अवले
लालडाल रा, दादोसा। एक को थडल्या जस देवो विनायक
अवले लाडला र काकोसा। एक जीवलिया जस देवो
विनायक लाड़ला वीरोसा।
एक वासलल्या बल देवो विनायक अवले लाड़ला र माय
ने। एक पैरे ओढने जस देवो विनयाक गाय बजाय. ने
जस देवो विनायक लाड़लडा री माय ने लाड़लडासी
बहिन ने एक अरतल जस देवो विनायक थारा विरोसारा
ब्याह में। एक गाज बीजे ने अग्ने पानी ज्यारो ओ रीधइया गनपत थे करो।

60
पनवारी रालम्बा तीखा पान गूथलाई मारी मिलन सेव रो।
सेवरियो तो पहरे मारो बनरो हटिलयो पनरी जू
सा सुसुरो सारी दीव, के, नीतर अखंड कवाँरो रेहूँ जी
पनरी जूँ सा काकोसा री दीव नीतर अखंड कवाँरो रेहूँ
कई मारा बनरा सूतो सपनो, लादो कई थारा नैना नीर
खीया नई मारा साईना, सूतो सपनो लादो के नई मारा
नयना निरखियाजी चिंकमंगलोर गढ रा रावल घड से हेटो
राय जदि खेल ढलिया। जे सहेलिया वेला खेलत राने
देखिया, के डावरीयो नयना चित गयो। भूजयाँ भेला
जीमत राने देखइया के गोने पूँणचे चित गयोजी। बडी तलै
में झूलत राने देखिया डावरियो नयना चित गयी।
पनवारी लम्बा तीखा पवान गूँथ लाई मारी मालिन सेवरो।
सेविरयो तो पवहरे मरो बनरी हट लियो परनी जूँ सा
सुसरो सारी जोद के, नीतर अखंड कवाँरी रेहूँ कई मारी
बनरी सूतो सपनो लादो के, कई थारो नयना निरखइया
जे बेंगलोर गढ़, रावलगढ़ रे हेटो रायजादो फेरे छोडला जी।
भैया मेरो लेखो रता देखियाजी, गोरे पुँनचे चित
गयी जा, भया देवार जीमत राने देखियाजी, डावरिये
नयना चित गयो जी। बडी तलै में झलतराने देखियाजी
कँवररी चोटी चित गयोजी। बरसन लागो भर भादरवा
रो मेष जबू करन आभा बिजलीजी। पनवारी राँ लम्बा तीखा पान

61
आलक बेचू पालक बेचू और बेचू तरकारी सा
भरा बहाजरा डंका मारू में मालण की जाई सा
तरकारी ले लो मालण आई से बीकानेर की
ले ले तककारी बेंगन आलु कान्दा टमाटर सेवरा
बनडा रा दादीस सेवरा ले लो

62
अडाकन 2
अन वाडी रा काला भेरू वायली डाकण काडो रे
कालो हीण्डे गोरे हीण्डे छपनीयो रोल मचावे रे
वायली री डाकण काडो रे
एक जणी समाथो बीकोर नाचे बाकीसब बनीयाँ पुछे
एक जणी रो नाम लेर पुछे उणेक्यु लागी करने

63
कातो आयो में उतने आयो रंग भरी उतरीयो गठ
क्लीयो ढाला हेल। मीठी ने बोलीरा माणकचन्द सा
जावा राज घरे। जावो जावो काई करो ए
सय। बैठो जामज डाल। जीमो चांवल दाल

64 हंसी मजाक
(राईजादा) राईजादी रा कोड करो ये सया जोमतडा
घर जाय माठाँ मायलो ठण्डो पानी ये लुगायां
पीवतडा घर जाय दूना माँयला लाडु लूगाया जीम
ताडा घर जाय पाना केरा बीडला लुगाया चाबतडा
घर आय बाहन कर पहुँचाबा ए सया बेठतडा घर जाय

65 मेलो 2
सब दुनीयारो मेलो मन्डीयो में मारी माय
मेघा लारो मान्डो क्यू जी..मण्डयो
हेसा पनणीजू
(उठें रेवे जीन लुगाया माय सू नाव लेबना)
अबे मारे मोजा लगया है मारी
(डींगी गाठरी मोटी दुबली काली गोरो)
लुगाई मारे पाने पडी

66 वीनायक वीरद
समली भीत्यां मांड्या रे वीनयाक
कवले (चीडे) मान्डी पूतली जी
पूतली कहीने बाबोसा री नार
माताजी कहीरे पूतलीजी
पूतली कहीजे काकीस री नार
काकोसा कहीजे पूतलजी
पीया माने घेणे घडाओ के ससुरोमा घरे बीरदढीयांजी
मंडीयो मारा नवल बनी रो ब्याब
के ऐला मेला फीरा जी
सगली भीत्यां मांड्या रे वीनायक
कवले मांडी पतलीजी
पूतली कहीजे बीरोसा री नार
भांवज ओढे चून्दडीजी
पूतली कहीजे मामोसारी नार
मामीसा पेरे चूडली जी
पूतली कहीजे भुरोसा री नार
भूबासा ओडे चून्दडी जी
बाईजी हात मण्डाबीयांजी
मासीजी मेन्दी मंडाबीयाँजी

तीसरे दिन की सांझी
पीया माने चून्दडीया मोलाबो के
बाबोसा रे घरे बीरदडीयां जी
वीरोसा रे घरे वीर दडीयां जी
मंडीयो मारा नबल बनारो
ब्याव के ऐला मेला में फीरा जी

67 सेवरा
देख तेरे मंडप की रोशनी खूशी हुवे नरनार
बनी तेरा सेवरा हे त्यार 2
दादोसा ने बाबोसा सेवरा मोलाया
माताजी ने हीरा से जडाया
सेवरीया अल लगाय देउ कली लगाय देव
लाख लगावू लख चार
बना तेरा सेवरा हे त्यार 2
देख तेरे मंडप की रोशनी खुशी हुवे नर नार
बहना तेरा सेवरा है त्यार 2
काकोसा ने सेबरा मोलाया
वीरोसा ने सेवरा मोलाया
काकीसा ने हीरा से जडायां
भाभीजी ने हीरा से जटाया
सेवरीया रे अली लगाय देवू कली लगाय देबू
लाख लगाव लख चार
(बनी) बना तेरा सेवरा है त्यार

68
मालीजी थारा बाग में
दोय दाडम पाकीजी राज
दाडम पाकी रस भरी ओ
बनी राणी देखन चाली ओ राज
हाथ छडीय गुलाब री
सामा रायवर धकीयां जी राज
छोडो बनासा मारो सेवरो
मारा बाबोसा देखेजी राज
मारा काका देशखेजी राज
थारा बोबोंसा मारा सुसरोसा
।तीसरे दिन की सांझी।
मे तो परथ नहीं छोडू जी राज
थारा काकोसा मारा काकी सुकर
मे तो परथ नही छोडु जी राज
(वीरोसा मामोसा भुरोसा बेनोईसा मासोसा के नाम लेना)

69 सवाग
बनडी सवाग मांगण चाली
आपरा बाबोसा रे दरबार
बाबोसा दोनी सवाग
काकोसा दोनी सवाग
इन्दली बीन्दली रो सवाग
मेन्दी मोली रो सवाग
काजल डीकी रो सवाग
चूडा चून्दड ररो सवाग
चूडा चून्दड रो सवाग
बनी थारो बनडोहै खेलालु
खेले घडी के चोपड़ पासा
बनडी सवागमांगण चाली
आपरा वीरोसा दरबार
बनडी सवाग मागण चाली
आपरा मामोसा दरबार
वीरोसा दोनी सवाग मामोसा दोनी सवाग
इन्दली बीन्दली रो सवाग
मेन्दी माली री सवाग
काजल डीकी रो सवाग
बनी तारो बनडो हैं खेलालू
खेले घडी के चोपड़ पासा
नजु थाडो बनडो है खेलालु
खेले गडी क चोपड़ पासा

70 कामण
दीली रे दरवाजे कामण मोल मीले रे राज
बनी बाबोसा कामण मोल लीया रे राज
बनी काकोसा कामण मोल लीया थे राज
(बही राग बोलनी)
भरी पंचेरी कामण मोलाय देव
बीना बादल बीन मेथ बर्साय देवू
सूखी नदीयां नाँव चलाय देवू
डेड दालो रो बडो बनाय देवू
सघली तो जान जीमाऊ ओ राज
इसडा कामण मारी नवल (फूल) बनी ने सोडे
दीली रै दरवाजे कामण मोल मीले से राज
बनी रा बीरोसा कामण मोल लीया से राज
बहनी रा मामोसा कामण मोल लीया से राज
भरी पचेरी कामण मोलाय देवू
पचेरी ने पगा चलाय देवू
बीन बादल बीन मेष बराय देवू
सूखी नदीयाँ नाव चलाय देबू
डेड दाल रों बडो बनाय देवू
सघली तो जान जीमावू ओ राज
इसड़ा कामण मारी नवल बनी ने सोहे
इसडा कामण मारी फूल बनी ने सोह

े 71 वीरा
बडो डा वीरोसा गोखरु घडावे
भावज नठ नठ जावे जी मारा सतजुग रा भाई
जी मारी कुलजुग री भुजाइयां
बडोरा वीरोसा कंठा गडावे
भाँवज नठ नठ जावे ।।जी मारा।।
कुल जुग कुल जुग काइ करो
बाई सा वतजुग री क्यू नी लाया
नन्द बाई सतजुग री क्यू नी लाया
छोटोडा वीरोसा घडीयाँ मोलावे ।।भाँवाज।।
छोटाडा वीरोसा बीछूडीयाँ मोलावे
भांवज नठ नठ जावे ।।जी मारा सतजुग।।
जो मारी कुल जुग री भूजाईयां
सत जुग सत जुग काई करो
बाई सा कुल जुग री क्यू लाया
नन्द बाई सत जुगरी क्यू नी लाया

72 वीरा
वीरा आये मायेर लायो भतीजा के साथ रे
वीरोसा मायरो ले आये
वीरा सासूजी 2 बीरा सासूजी वेष बन्धाय रे ।वीरो।
वीरा ससूरोसा 2 वीरा ससूरोसा ने पेचा बन्धाय रे ।वीरो।
वीर जेयढसा 2 वीरा जेठाणी ने साडीयां बन्धाय रे।वीरो।
वीरो देवरसा 2 वीरा देवरसा रे टोपीयां पेराय रे ।वीरो।
दीवार दीवराणी 2 वीरा दीवराणी ने पोमचा आढायरे ।वीरो।
वीरा ननद ईसा 2 वीरा ननदाईसा साफाने ले आयरे।वीरो।
वीरा बाईसा 2 वीरा बाईसा ने झम्पर पेराय रे ।वीरो।
वीरा कंवरा ने 2 वीरा कंवरा ने चेना पेराय रे।वीरो।
वीरा घीवडने 2 वीरा घीवड ने चून्दडीयाँ ओडाय रे ।वीरो।
वीरा सायवजी 2 वीरा माने ही चून्दडी रे बेस रे ।वीरो।
वीरा अडुबे 2 वीरा माने ही चून्दडी रे बेसे रे ।वीरो।
वीरो आये मायरो लाये भतीजा भावज के साथ रे
वीरोसा मायरो ले आये

79 चून्दडी वीरो
सूनजो मारा जामण जाया वीर। खादी की चूदड लाव जी
कीसा देश री बाई खादी मंगावू
कीसो रंग दिराय। खादी की।
बम्बई शहर सुं खादी मंगाई जो
गुलाबो रंग दिराय। खादी को।
अलो तो पलो सा गुगरा लगावजो
वधबीच दादर..मोर। खादी को।
एवड छेवड वीरा हीरा लगावजी
घूंघट पर सूरज चान्दा। खादी को।
सूसरीया रे वीरा रे पेची बधावंजी
सासूजी रे पीला रे वेश । खादी को।
देवर जेठा रे वीरा साफा पेरावजो
देवर जेठाण्या रे पोमचारा वेश। खादी को।
ननदोईया रे वीरा मोलीया मोलावजो
ननदला चून्दड रो वेश ।।खादी को।।
ओभाणेज रे वीरा मायरो पेरावजो
भाणी जी रो भांत दीराव ।।खादी की।।
बेनड ने वीरा गजरा पेरवजो
सायबजी रे टोपी मोलाया।।खादी की।।
सूणजो मारा जामण जाया वीर
खादी की चून्दड लावज

80 वीरा
वीरा ओ काई थारा गाडा गुड सू भरीया
काई माल पूरे हे ढलीयाँ
बाई ए नही मारा गाडा गुलसु भरीयाँ नहीं माल परेढलीया।
वीरा ओकाई थारा गाडा रीलोलज तूठी कोई सूवटडाथाका
बाई नहीं मारी गाडा री लोलज तूटी नई सूबटडा थाका
बाई थारी भावज रो नकठो उचो पोर मनावत लागी
बाई चान्दा रे चान्दन माथो धोयो
सूरज कीरण गुंथायो
बाई चार जण्या मील चूटो डाल्यो
सोलह मांग भरायी
बाई ए डाबो जी खोल ने गोणो पेरीयो
बाजूबन्द पोर लगायी
बाई ए साडी पेरणे सीणग्ट सार्यो पटली पोर लागयी
बाई ए थारा साल भणीजे
पोर बूलावत लागी
बाई ए थारी भतीज्यां डूल्या रमत
पोर बूलावत लागी
बाई ऐ जद नखराली गोडी बैठी
जद सूगठडा ललकारया
बाई ए गाडी बेठत साडी काठी
पोर सीवावत लागी
वीरा ओ घडी मनायजो ने पोर मनायजो
भांवज ले घर आईजो
भतीजा ले घर आईजो
वीरा ओ घडी मनायजो ने पोर मनायजो
भांवज जे घर आईजो
भतीजा ले घर आईजो
वीरा ओ थाणा चढन रा घूडला वक्सो
जद थारी शोभा वेशी
वीरा मोठो डी भांवज रा तीमण्या वक्सो
वीरा छोठीडी भावज रा गजरो वक्सो
जद थारी शोबा वेशी
वीरा पंच पचास मारे रोकड वक्सो
रोकड धरज घणेरी
वीरा ओ इतरो वेतो मारे घरे आयजो
नीतर घरे ही भलेरा
बाई ऐडा ऐडा बोल मती बोल मारी बेनड
मे कीरीया वल जोगो

81 घोडी
लीली तो घोडी राई वर। लीला हर री डोरी
पीली तो घोडी ओ राी वर। पीला हर री डोरी
दादोसा तो केवे ओ राईवर चढो इण घोडी
बाबोसा तो केवे वो राईवर चढो इण घोडी
खमा खकाकर चढजो राईवर घोडी हेे आ बान्डो
चाबूक रो चकीयो राईवर। नहीं सहेला घोडी
आवेला मेसडला री धारा। भीजे रजरी घोडी
सावणीयां रो हरीयो घास। चरे रजरी घोडी
राती तो घोडी ओ राईवर। राता हर री डोरी
घोली तो घोडी ओ राईवर। घोला हर री डोरी
काकोसा तो केने राईवर। छढो इण घोडी
वीरोसा तो केवले राईवर। चढो इण घोडी
वीरोसा तो केवे राईवर। चढो इण घोडी
मामोसा तो केवे राईवर। चढो इण घोडी
खमा खमा कर चढजो राईवर। तीजण हे बान्डी
चाबुक रो चकीयो राईवर। तीजण हे बान्डी
चाबुक रो चकीय राईवर। नहीं सहेला घोडी
आवेला मेसडला री धारा। भीजे रचरी घोडी
सावणीयां रो हरीथो घास। करे रजरी घोडी

82
घोडीजी नाचे ने घोडी कूदे।
घोडीरा उर खूर बाजे ओ ब्याई। घूम घोडी ने अबल वछेरी।
उभा केसरीया रा दादोसा अर्ज करे छे
उभा राईजादा रा बाबोसा अर्ज करे छे
मारा तो कंवर डोरी मांगे हो ब्याही। चूम घोडी।
मारा तो कंवर मेचा माँगे हो ब्याही। घूम।
डोरो ने पेचां सगा वणरे नहीं आवे
कूं कू ने कीरण्या हाजर करसा। ओ ब्याई।। घूम।।
हाथ जोड़ ने कन्या देसा ओ ब्याही।।घूम।
घोडीजी नाचे ने घोडीजी कूदे घोडी रा उर खूर
बाजे ओ ब्याई। घूम ढोगी ने अवलल बछेडी।
उभा केसरीयां रा काकोसा (वीरोसा)अर्ज करे छे
मारा तो भतीजां (कन्दोरो) घडी मांगे हो ब्याही।।घूम।।
मारा तो भाणेज (पठा) कण्ठा मांगे हो ब्याही।।घूम।।
घडीयां ने पठा सगा वणरे नहीं आवे
कूं कू ने कीरण्या हाजर करसा ओ ब्याही।।घूम।।

बनो 83
बना सोने थे लाईजो लंका देश रो
बना रुपो थे लाईजो उजल देश रो
बना बनडी रे भंवर घडाय (जात का) कंवर लाडला
बना बनडी रे जोड गडाय।।भूरठा।।
बना में थाने बनासा यू कध्यो
थे तो मचक तोरणीये मती जाय
सासुजी री नजीर आखरी
बना पडलो थे लाईजो उजल देश रो
बना बडला में सब रंग लाय।।बोरा।।
बना चूडला रे छाप दिराय।।धरीवाला।।
बना में थाने बनासा यू कहयो
थे त मचेक माया में मती जाया भुवासा री नजर आकरी
बना मंचक चबरी में मती जाय
जोसीडा री नजर आकरी
बना मचक मेला में मती जाय
दीवला री नीजर आकरी
बना मचक सेजा में मती जाय
बनडी री बीजर आकरी

84 बनी
पांच बरस रा हुआ कंवर बाई
जद आरा दोसी ने चीन्त लगाई
जद आरा बीसा ने चीन्ता लगाई
गोद में ले बाई रा काकोसा पूछे
केओ नी कंवर बाई केसों बर टुण्डु
डोंगो मती जोयजो दादोसा खेडड़ छड जाबेला
खठरा मती जोयजो बाबोसा गुड गुड जावेला
काला मती जोयजी काकोसा सहेलियां हंसेला
गोरा मती जायजो वीरो सा नजर लग जावेला
जोडी रा भरतार सू बहाई सूख पावेला
सोले बरस रा हुवा कंवर बाई
जद आरा मामोसा ने चीन्ता लगाई
जद आरा भुराोस ने चीन्ता लगाई

85
गोद में ले बाईरा बेनोईसा पूछे
केवो नी कंवर बाई केसा वर टुण्डु
डींगो मती जोयजो मामोसा खेजड चढ जावेला
कठरा मती जोयजो झरोसा गुड गुड जावेला
काली मती जोयजो बेनोसा सहेलीया हंसेला
गोरो मती जोयजो मामोसा नजीर लग जा वेला
जोडी रा झतार सू बाई सूख पावेला

बधावो 86
सूगटा जी पेलो बधावो मारे आवीयो
सूगजा जी दूजो बधावो मारे आवीयो
सूगजा जी आयो मारे दादोसा री पोल
जाजम उपर छाठगा जी मारा राज
सीतरुज्या उपर छाठणा थारो दील रलीयो वाणो
शीश सोहे चून्दडी लील बठ सोहे बीन्दली
बाय बाजू बन्द सोहे चूडा आगे चून्दडी
परिवार आगे पूत सोहे कन्त आगे कामणी
मांय आने धीव सोहे वीरा आगे बेनडी
सूगटा जी इग्ण्यो बधावो मारे आवीयो
सूगटा जो चोथो बधाको मारे आवीयो
सूगटा जी आयो मारे वीरो सारी पोल
सूगटा जी आयो मारे मामोता री पोल
जाजमा उपर छाठणा जी मारा राज
सीतारुज्या उपर छाठणा जी मारा राज
छाठ गोडी छाठणा थारो दील रलीयावणो
शीश सोहे लील वठ साही
वाय बाजू बन्द सोहे चूडा आगे चुन्दडी
परिवार आगे पूत सोहे कन्त आगे कामणी
मांय आगे धीव सोहे वीरा आगे बेनडी

हंसी मजाक 87
कूटल कूटल सारी मारो खेल बीगडो उन्दरो जी
उन्दाराने नीवत मारे खेल बीगडो उन्दरो जी
उन्दारो रो जायलो सत्या नाश मारे खेल बीगाड्यो उन्दरो जी
बात में उन्दरा उन्दरा अशकोचन्द सारा मेल में जाई रे
नी नाउ..नी जाउ अरे बाथने लाड पेड जीमनायी
नी नाउ..नी जाउठ अरे थने सेजा में भलो सूवडी रे
जा भई।जा भई
डाउ भई जाउ दोडयो दडोय जाउ बूलाने जठे जाउ

कान्सलो 88
पानी भरवा में गई सा पनघट पर बैछो कान्सलो
।।वोतो इतरो लम्बो कान्सलो इतरो कान्सलो।।
सासूजी पूछे ए बहु थने कटे खा गयो कान्सलो
मने अठे खा गयो 2 इतरो लांबो कन्सलो
में रसोई कररवा गई सा चूल्हा पर बेछी कन्सलो
मने अठे खा गयो 2 इतरो लांबो कन्सलो
सेज बीछावन मेला गई तकीया पर बेछो कन्सलो

दूध रो कटोरो 89

मे तो माता ने मे मद लाई भरतार कटोरो पीलो दूध को
तू तो ठण्डो कर लाई घरनारा कटोरो लेजा दूध को
मे तो छन्नो करलाई भरतरा कटोरो पीलो दूध को
तू तो फीकां लाई घरनार कटोंरों लेजा दूध कों
में तो मिश्री घोंलर लाई भरतरा कटोंरों पीलों दूध कों
तू तो लूण घोंलीयों य घर री नार कटोंरों लेजा दूध कों
में तो केशर घोल लाई मरतरा कटोरो पीलो दूध को
तू तो हल्दी घोली ये घर तार कटोरो लेजा दूध को
में तो बादाम घोली टओ भरतार कटोरो पीलो दूध को
तु तो काजू नाक्या ये घर नार कटोरो लेजा दूध को
में तो पीस्ता नाक्या ओ भरतार कटोरो पीलो दूध को
तू तो नोम्बोल्या नाखी ये घरनार कटोरो लेजा दूध को
में तो दाँका नाखी यो भरतार कटोरो पीलो दूध को
मारो माथो दुखे ये घरनार कटोरो लेजा दूध को
मे तो सूँठ सान्धु यो रतार कटोरो पीलो दूध को
तू तो झूठो कर लायी ये घरनार कटोरो लेजा दूध को
थाने छोरा री सोगन्ध यो भरतार कटोरो पीलो दूध को
सोगन मारे नहीं लागे ये घरनार कटोरो लेजा दूध को
थाने-वाली परणावु भरतार कटोरो पीलो दूध को
वे तो डीगां घणा ये घरनार कटोरो लेजा दूध को
थाने-बपाला परणावू भरतार कोटरो पीलो दूध को
वे तो-काला घणा ये घरनार कटोरो लेजा दूध को
आप दोनो साथे पीवा ओ भरतार अटोरो पीलो दूध को
अबे तो मनाया मनीजो भरतार कटोरो पीलो दूधको

90 पेमो
(यह गीत गाते आपस में हाथ से नकला करनी पडती है)
अरे पेमा देवर जेठाण्या खानी जी चाला-2
अरे..पेमा यू चाला अरे पेमा यू चाला
अरे पेमा देवर जेठाण्या 2 रोटी जी पोवा 2
अरे पेमा यू पोवा अरे पेमा यू पोवा
अरे पेमा देवर जेठाण्या 2 लाडू जी सान्धा 2
अरे पेमा यू सान्धा-अरे पेमा यऊ सान्धा
अरे पेमा देवर जेठाण्या 2 डोठी जी जीमना2
अरे पेमा देवर जू जीमा अरे पेमा यू जीमा
अरे पेमा देवर जेठाण्या 2 कपडा जी धोवा 2
अरे पेमा यू धोवा-अरे पेमा यू धोवा
वरे पेमा देवर जेठाण्या 2 लडाई जी करसा
अरे पेमा यू करसा 2 अरे पेमा यू करसा
अरे पेमा देवर जेठाण्या 2 हेतज करसा 2
अरे पेमा यू करसा अरे पेमा यू करसा
अरे पेमा देवर जेठाण्या 2 पीहर जासा 2
अरे पेमा यू जासा अरे पेमा यू जासा

चाक पूजा 91
चाकंडालो पूजनतो ने लाघो हे नवकर हार
के सोहे राजारी राणीयां के वीणीयोरा रो साथ
सोहे (नाम) कूल बहु (नाम) घर नार
वाडु चीठू आंगली घीय ये घणेरो घाल
टीपडीयो टन्ठोलो (नाम) थारोडी नार
टाबरीयां घूरकावे (नाम) थारोडी नार

उकली पूजे 92
उकलडी पूजन्ता ने लाघो हे नवसर हार
के सोहे राजारी राणीयां राणीयारा रो साथ
सोहे (नाम) कूल बहु (नाम) घर नार
सोहे बेवाया री कुल बहु (नाम) घर नार
वाडु चीठू आंगली घी ये घणेरी चाल
टीपडीयो टन्टोलो (नाम) थारोडी नार
खीचडलो कूटन्ता ने लाघो हे नवसर हार

93 लगदर लेवे जद गावनो
लगदर लो मारी अन्तर लाडी लगदर लोजी
धाणा लो मारा अन्तर लाडा धाणा लोजी
ज्यू रे धणवन्ता (वन्ती) होय जो जी
झीरी लो मारा (जशवन्ता जशवन्ती) झीरो लो जी
ज्यूरे जसवन्ता (जसवन्ती) होय जो जी
गुल लो मारी अन्तर लाडी (लाडा) गुल लो जी
ज्यू रे गुणवन्ता (वन्ती) होय जो जी
लगदर लो मारी अन्तर लाडा (लाडी) लगदर लो जी

वीनायक 94
आज गजानन्द बाबोसा रे नीवत्या। माताजी नीवत
जीमाय गजानन्द कोला रे छाजे नोपत बाजे
नोपत बाजे नगारा बाजे रणके भंवर घर आवो
गजानन्द कीलारे छाजे नोपत बाजे
आज गजानन्द काकोसा रे नीवत्या। काकीसा नीवत
जीमाय आज गजानन्द वीरोसा रे नीवत्या। भाभी जी
नीवत जीमाय गजानन्द कीला रे छाजे नोपत
बाजे नोपत बजे नगारा बाजे रणक भंवर घर
आवो गजानन्द कीला रे छाजे नोवत बाजें

95
हरी कसूम्बल फूल रही वीणराय मारी वीरदयां
कूण कूण आवसी जी
वीरदयाँ आसी दादोसा रा शईश दादोसा वीरद पधारसीजी
वीरदयां आसी दादोसारा शीश बाबोसा वीरद पधारसीजी
वीरदयां आसी दादोसा रा शीश काकोसा वीरद पधारसी
वीरदडीयां रो बडो रे उछाब दादोसा लग्न लीखावसे जी
वीरदडीयां रो बडो रे उछाब बाबीसा ब्याव रचावसीजी
वीरदडीयां रो बडो रे उछाब काकोसा भांत रन्धावसीजी
हरी कसूम्बल फूल रही वीणराय
मारी वीरदयां कूण कूण आवसीजी
वीरदयाँ आसी बाबोसा रो जोद
वीरों बीरोसा वीरद पधारसी जी
वीरदयां आसी नानोसा रा जोद मामोसा वीरद पधारसी
वीरदडीयां रो बडोरे उछाब बाबोसा रा छाना जश लेसी
वीरदडीयां रो बडोरे उछाब नानो रा छाब जश लीधोजी
हरी कसूम्बल फूल रही वीणराय
मारी वीरदयां कूण कूण आनसी जी
वीरदयाँ आसी बेवाया रा शीश भूरोसा वीरद पधारसीजी
बेनोसा वीरद पधारसीजी मामोसा वीरद पधारसीजी

96 विरद
मारे कवलरा माण्डल केल झबलके
ओरा रा माण्डण झबलक दीवलो
मारी वीरदया माण्डण दादोसा
वीरद सुधारण वेगा आवजो
मारे वीरदयांरा माण्डण बाबोसा
वीरद सुधारण वेगा आवजो
बाई वीरद तूमारी ने शोभ हमारी
लीगू लीखायने जश लेवसा
ब्याव रचायने जश लेवसा
मारे कवलारा माण्डण केल झबलके
ओरा रा माण्डण झबलक दीवलो
मारे वीरदयाँ रा माण्डण काकोसा
वीरद सूधारण वेगा आवजो
मारे वीरदयां रा माण्डण मामोसा
वीरद सूधारण वेगा आवजो
बाई वीरद तूमारी ने शोभ हमारी
पेरावणी पेरायने जश लेवसा
मायरो पेरायने जश लेवसा

97 सेवरो
आ ती पाना ने फूला रो राय वर सेवरो
बीचे लटके मोती डारी माल। सया देखो आ फूल बनारो सेवरो
इन सेवरी ये दादोसा लूल रया
इन सेवरीये बाबोसा लूल रया
लूल रया दादोसा रा जोदष सैया देखो सीरदार बनारो सेवरो
ओतो असी ने कली रो रायवर सेवरो
बीचे लटके दाना केरी माल।।सया।।
इण सेवरीये काकोसा लूलरया
इण सेवरीये वीरोसा लूलरया
लूलू रया दादोसा रो जोद।।सया।।
लूल रया बाबोसा रा जोद।।सया।।
ओ पाना ने फूला रो राईवर सेवरो
ओ तो असी ने कली रो राई वर सेवरो
बीचे लठके मोती डारी माल।।सया।।
इण सेवरीये मामोसा लूल रया
इण सेवरीये भूरोस लूल रया
लूल रया नानोसा रो जोद।।सया।।
लूल रया वेवायारा शीश।।सया।।

98
बनडी पूछे ओ प्यारा लाडला
थारे कीतरा बाबोसा री जोड़ा जी
बनडी पूछे ओ प्यारा लडला
थारे कीतरा काकोसा री जोड जी
सीरदार बनाने सोवे सेवरो। उमराव बनाने सोवे सेवरो।
और बाबोसा मारे मोंकला (नाम) पीताजी होडनही होय।सीरा।
और काकोसा मारे छे घण (नाम)जी री होड नहीं होय।सीर।
बनडी पूछे हो प्यारा लाडला
थारे कीतरा मामोसा री जीड जी। उमराव।
थारे कीतरा मसोस री जोड। सीरदार।
और वीरोसा मारे मोकला (नाम) जोरी होड नहीं होय। सीर।
और मामी।।मारे छे घणा (नाम) जीरी होड नही होय।उम।
बनडी पूछे ओ प्यआरा लाडला थारे कीतरा भुरोसा री जोडजी
थारे कीतरा बनोसा री जोड जी।उमराव।
थारे कीतरा मामोसा री जोड जी।।सीरदार।
और भूरोसा बनोसा मारे छेघणा (नाम) जी री होड नही होय
और मामोसा मारे छेघणा (नाम) जी रो होड नहीं होय ।सीरा।

99 कामण
मेला बेठी डोर चलावे बाबोसा री प्यारी हो राज
बाबोसा री घणीक प्यारी माता कामण गारी हो राज
काकोसा री घणीक प्यारी काक्यां कामण गारी हो राज
छोठो देवर पोवे पीसे जेठ भरेला पाणी हो राज
देवर जीठाण्या टूग टूग जोवे (बनी) घर री धीराणी हो राज
मेला बेठी डोर चलावे वीरोसा री प्यारी हो राज
वीरोसा री घमीक प्यारी भावज कामण गारी हो राज
मामोसा री घमीक प्यारी मामीया कामण गारी हो राज
लोडयो देवर पोवे पीसे जेठ भलेला पाणी हो राज
जेवर जेठाण्या टूग मूग जोवे (बनी) घ री धीराणी हो राज

100 चून्दडी बनी
नवल बना सोनो लाईजो जी बालक बना रूपो लाइजो जी
।।बनडी रे लाईजो जाली की चून्दडी।।नजू रे लाइजो
रेशम की चून्दडी। नवल बना सासूजी रे देखी हो
सूसरोसा लाया डवीयां की चून्दडी। जेयट का लाया
जाली की चून्दडी। नबल बनी ओढ बतायो ए
केसी क दीदे जाली की चून्दडी। कीस बघ औढू हो
घरमे तो सासू नन्द लडे। नबल बनी नमूनो
बतावो ए केसी तो लावा जाली चून्दडी।
नवल बन हरीयां हरीयां पला ओ गुलाबी लाइजो जाली
की चून्दडी जी नवल बन ओढ बताबो ए मे ही
देख रेशम की चून्दडी नवल बना मेल
अन्धारो हो कैसे तो ओढू जाली की चून्दडी
नबल बनी बिजली लगाब ए पछे तो नीरखु जालो
की चून्दडी नवल बना थोडी थोडी नीरखो हो
नीजर आपरी आखरी घणी नावल बनी मंदलोयो
मीन्तरावू ए कालो तो डोरो रेशमी बन्यो

101 बनी
बोलो मत बोलो मत न्यारा होता। सामली
हवेली भाडे लेसा सूसूरोजी रो सन्यो रो घर
लेसा। सासूजी री कमर री कूच्यां लेसा।
जेठ सारा चढन वाला घडला लेसा। भाभीसा
की आधी पाती अपा लेसा। देवर जी कालेज
मे पूगाय देसा। बाइसा ने सासरीये मेल देखा
अपा दोनो सामली रे रेसा। बोलो मती बोलो
मती न्यारा होसा। सामली हवेली आपे भाडे लेसा।

102 बनी
सासूजी मूझे अपने आंचल में छिपालो गले से लगालो
की इधररो मेरा पीहर नही। छोठी सी भूल मेरी भूल जाओ।
सासूजी ऐसा कोई बोलो तो रूठ नहीं जाउगी।
रुठ गई तो तुम मूझे मनालो की यहाँ मेरी पीहर नहीं।
नाय हां माता ना यहां पीता पीता आपने कर दीया की सके
हवाले की यहां मेरा पीहर नही जेठाणी मूझे अपने
आंचल में छिपालो गले से लगालो की यांह मेरा बीहर
नही छोठी बात मेरी भूल जाओ। जेठाणी ऐसा
कोई बोलो तो रुठ नहीं जाउंगी। रुठ गई तो तुम
मूझे मनालो की यहां मेरा पीहर नहीं ना यहाँ चाची
ना यहाँ चाची चाचा तूने करदीयाँ कीसके हवले 2
यहां मेरा पीहर नही

103 घोडी
सूथा राईवर सूख भर नीन्द। जगाया जागे नही जी
आरा दादोसा जाय जगाय कंवर हठ कई लागाजी
आरा बाबोसा जाय जनाय कवंर हठ कई लागाजी
बाबोसा खरचोनी लाख दीय लाख तीजून लावू गुण
घूपती जी घोडी ने अडदा रो परदो तणाय गुणा
वन्ती मे गुणा गणो जी घोडी न ेहरी हरी द्रोब
चराय रस वन्ती मे रस घणो जी
सूथा रायवर सूख भर नीन्प लजगाया जागे नही जो
आरा काकोसा जाय जगय भतीजा हठ कई लागा जी
आरा वीरोसा जाय जगाय वीराजी हठ कई लागा जी
मामोसा खरचो नी लाख दोय लाख तीजण लावू घमतीजी
घोडी ने अडदा रो पडदो तणाय गुण वन्ती मे गुण घणाजी
घोडी ने हरी हरी द्रोब चरया रस वन्ती में रस घणोजी

104
घोडी मारी चन्दन मूख गड नवा नगर सु उतरी रे लाल
बादोसा मारी बूरो ही मत मान मे थारा वरज्या नही रेबू
रे लाल काकोसा मारा बूरो हू मत मान मे थारा
वरज्यां नहीं रेवू रे लाल ऐसी लावू होवडा के रो हार
माताजी सूदीय गुण आगली रे लाल। ऐसी लावू
पूनम केरो चान्द अन्दारा घर रो दिवलो रे लाल
घोडी मारी चन्दन मूखी गड नवा नगर सू उतरी रे लाल
वीरोसा मारा बूरो ही मत मान मे थारा वरज्या नहीं रेवू रे लाल
मामोसा मारा बूरो ही मान मे थारा वरज्या नहीं रेवू रे लाल
ऐसी लावू हीवरा केरो हार भूजईसा सूदोय गुण आगली रे लाल
ऐसी लवू पूनम केरो चान्द अन्धारा घर रो दिवलो रे लाल
ऐसी लावू चुतर सू जाण मामीसा सु दोय गुण आगली रे लाल

105 वीरो
चान्द पवासीयो तारो उगींयों की तलक जोउं वीरा थारी
वाट अवसर चुको वीरो नहीं आवीयो। हताया बैठता
सूसरोसा बोल्या आबो ा मारो ब्याही बहू रा वीर।बहू।
नखराली वीरा नहीं ओलक्या। मे थाने वीरोसा छीठाने
देख्या अबे थे वेग्या जोद जवान चुका वीरा
नहीं ओलख्या। ढूकान बेठन्ता जेठ सा बोल्या आगे
मारा ब्याही बहू रा वीर।।बहू।।मे थाने वीरोसा छोठा
देख्या अबे थे वेग्या जोंद जवान अवसर चुकों वीरा
नहीं ओंलख्या कालेजा जावन्ता देवर सा वोंल्यों आवों
झारा ब्याही भावंजा रा वीर भावंज नखराली वीरा नहीं
ओलक्या मेला चढन्ता सायबजी वोलीयां आवो मारा
साला घोरी रा वीर घोरी नकराली वीरा नहीं (ओलाया)

106
रघूपती राघव राजा राम वीर की रक्षा करो भगवान
ऋीका मोलाय वीर बकल घढाय वील्का पे लीख दिया राधेश्याम
डोरा मोलाय वीरा कण्ठा घढाय नकलीश पे लीख दिया राधे
रघपती राघव राला राम वीर की रक्षा करो भगवान
बंगडो मोलाय वीरा गजरा घडाय मोखरू पे लीख दिया राधे
घडीयां मोलाय वीरा पठा घडाय अगुंठी के लीख दिया राधे
रघूपती राघव राजा राम वीर की रक्षा करो भघवान
कन्दोरो मोलाय चेना घडाय बीछुडी पे लीख दिया राधेश्याम
ओरण मोलाय वीर पोमचा मोलाय चुन्दरी पे लीख दिया राघे

107 बधावो
कीणाजी रे आमा सामा ओवरा
कीणाजी सूरज सामी पोल
।मरुजी। रूपे हजारी आबो फल लीजो
बाबोसा रे आमा सामा आवेरा
दादोसा रे सूर सामी पोला।मरुजी।
कोणाजी रे आया सोगरथ पावणा
कोणाजी रे हुई मनवार।मरुजी।
बाबोसा रे आया सीगरथ पावणां
काकोसा रे हुई मनवार। मरुजी।
कणाजी रे रान्धी लचंपच लापसी
कोणासजी रे रान्ध्या उजला भातो।मरुजो।
काकोसा रे रान्धी लचपच लापसो
काकोसा रे रान्धी उजला भाँत।मरुजी।
कीणाजी रे दुध कडाया आवटे
कीणासा रे दही दीसावर जाय।मरुजी।
वीरोसा रे दुख कडाया आवटे
वीरोसा रे दही दिशावर जाय।मरुजी।
कीणाजी रे कडीयां कटारो बाकडीं
कीणासा रे सूबटडी तलवारो।मरुजी।
वीरोसा रे कडीयां कटोर बाकडी
वीरोसा रे सूवटडी तलवारो।मरुजी।
कीणासी री राण्या पेर्या चूडला
कीणासा रे चून्दर ओढण जोग।मरुजी।
वीरोसा री राण्या पेर्या चूडला
वीरोसा री चून्दर ओढण जोग।मरुजी।
कीणाजी री राण्या जायो लाडण पूत
कीणाजी रे दडीया रमण जोग
भतीजा रे राण्या जायो लाडण पूतो
भतीजा रे दडीया रमण जोग
कीणाजी रे बाया घाली साँसरे
कीणाजी रे दूल्या रमण जोग।मरुजी।

108 जाला
1 चान्दा थारे चादणे जायो राजा भवरसा दागल थाली घा
वया न रजन आवियां जायो राज भवरसा रातू जोई बाट के
(गोरी रा पीब पातलीयां हो राज भवरसा जाला रे घर आय)
2 चन्दा थारे चांदणे जीयो राज भवरसा सूती पलंग बीछाब
जब जागु जब एकली...मरु कटारी खाय के
3 चन्दा थारे चानणो...सूती पीलंग बीछाय
जब जागु जब दोय जणा...जीब खुशी होय जाय के
4 मेला माथो धोबती...गज मन लम्बा केश
केश केशा घूघरा...चमके चारू देश के
(जाला-जाला कई करो जीयो राज भवरसा जाल माजल रात)
5 मन्दिर पर सुन्दर खढी..खडी सूखावे कैश
केशा केशा घूघरा..चमके चारु देश के
6 आटी डोरा कागसी..शीश गुथावन जाय
सामा धकीयां सायबा..छाती घडका खाय के
7 आटी डोरा कागसी..नहीं गुथाणू शीश
फूगा पाडु गाल गाल पे..पीना खोसू बोस के
8 फूला भरोया छाबरो..सूरज पूनज जाय
सामा धाकीयां साहीबा..कली कली खूल जाय
सात सुपारी चीकनी जीयो राज भवरसा कोडु ऐकल हाथ
गणा दीनारा ओलबा..देउ एकण रात के
10 नाडो मारो रेशमी..गांठ गुल गुल जाय
चुतर हो तो खोल लो..नीतल असल ग्वार के
11 दूधा भरीयो बाटको..पडीयो पीलंग रे हेठ
लेती तो लाजा मरु..देखे देवर जेठ के
12 मोती जीतरो मालीयो..तिला जीतरा कीवाड
माये पखेरु रमरया..राजन रे उणीयार के
13 घेवर भरीयो बाटको..टपकन लागो जीव
गोरी चाली बापरे..तरसन लागे जीव के
14 ओछो पाया ढोलीयो..सेजा लाल गुलाल
हुक्म होवे आपरो..हिल मिल सोवा साथ
15 सोनारो कई गालनो..बिन गाल्या गला जाय
राजड रों की रुसणों..रात पडया मन जाय के
16 इंटा रो काई टालनों..गबडी देउ बुलाय
गोरी रो काई रुसणो..राजन लसी मनाय के
17 लाडु मारा सूसरा..पेडा देवरा जेठ
घेवर मारा सायबा..नन्दल खारी सेव
18 आबू चमके बिजली..सीखर बरसे मेह
छोटा लागे प्रेम का..भींजे सघी देह के
19 फूल गुलाबी ओरणो..पड्यो बीरंगो हयो
मे मारे सायबारे लाडली..कद मुकलावो होय के
20 काला बेगन काबरा..राती भली अनार
प्रीमत तो पतला भला..डाडा जांट गोबार के
21 काली पेठी काठी की..उपर बेठो नाग
खाइजो लोडी शोकने..पापो तो कट जाय के
22 आला भरीसो खोपरो...दीया बीन खाया न जाय
सूसराजी देखे तो काई करू..पीया बीन रयो न जायने
23 आगण पडीयो काचरो..लावण सू गुड जाय के
बिना अकल का सयाबा..आधा मे उठ जाय के
24 कांची कली अनार की..पाकन दो दिन चार
खाता लागे खाड सी..अंत पराई नार के
25 प्रीतम आया परदेश से..जाजम दी बीछाय
तन मन की पंछे पूछस्या..ही बडे ली लगाय के
26 पीव परदेश छा गया..गया गोरी ने भूल
जोवमीयो डल जावसी..थांका धन मेल
27 पीव पीव करती में फूरी..पीव न मेरे पास
सेजा में सूनी पडी..रातु भरु नीसास के
डकोल्या री डागलो..मासू चडयो न जाय
सायब रे मे लाडली..गोदया ले चढ जाय
रतन जडत को काठले..घडी न खोल्यो जाय
आप सरीखा सायबा..घडी न छोडया जाय के
30 चार खूट की बावडी..ज्यामे शीतल नीर
हील मील ने न्हाचक्यां..ननदल बाई रा वीर के
31 चान्दी के एक बाटको..जीमो बूरा भात
हुक्म होवे आपका..जीमा दोनो साथ के
32 सेज रमावो बालम..मा सूगमी रा पीव
था बीना मारा सायबां..पल न लाने जीव के

33 काली आठी उन की गांठ गठीली होय
बालपना को जोरा..घमे गठीलो होय के
34 ले घूखली ने जावती..समन्द्र पेले पार
पग मे कांटो भाग्यो..पडी लचका खाय के
35 कूण थारो काणे काडसी..कूण पकडेला पांव
कूण थारे सीरो रान्धसी..कूण शेकेला पाव के
36 बाईसा काणे काडसो..राजन पकडे पां
सासुजी सीरो रान्धसी।नन्दल सेके पांव के
37 दोरों काटो काडीयों..सोरो पकडीयों पांव
काचो सीरो रांधीयों..नन्दल वाल्यो पाँव के
38 आदी नदीयाँ काकर..आदी बेलू रेत
आदी गोरी सेज में..आदी हीवडा हेठ के
39 नेन कणारी बाजरी..सोवतडा डूल जाय
नेना गोरी रा सायबा..पटलीयाँ में छीप जायके
40 अके अंधेरी कोठडी..टूजी माजल रात
तीजा सतावे सायबा..चोथा खटमल खाय के
41 तेल दाय बती जले..नाम दीया को होय
गोरी तो बेठो जणे..माम पीया को होय के
42 थाली परोसी खाने को..पानी भरा गीलास
साजन आपकी याद में..भूख लगे ने प्यास के
43 शीश भरी गुलाब की..पडी पलंग के पास
पती पत्नी बूछूड गये..खेलू की सके साथ के
44 दाडम सूखे डागले..रस दाडम रे माय
गोरी सूखे बाप रे..जीव पीया रे माय
45 एडी मारीं चीकणीजी..साधु सठबा सूठ
ऐसी चालू मलकती..रडवां छाती कूठ के
46 में मारे मेला जावती..आडो फसर्यो नाग
मरती पण बच गयी..माठा आपका भाग के
47 मोटी धोरी मथमथी..सो सो फलका खाय
सायब ने सासो पडयो..कमावन कूण जाय के
48 पतली धोरी दूबली..आधी फलको खाय
सायब ने सासो पडयो..आ धोरो अर जाय के
49 चाय मारा सूसरासी..काफी देवर जेठ
दुध गोरी रा सायबा..नन्दल खाटी छाछ के
50 नदी किनारे रुखडा..पान गया सब सूख
बीस बरष रा डावडा..जोबन ले गये लूठ के
51 काँचो लोठो दुध को..मासू पीयो न जास
में मारे साजन रे लाडली..घडी न रहे दूर के
52 सूण मायड थने कहुँ..कहता आवे लाज
घीवड मे मुकलाय दे..सीया मरे भरतार के
53 गौरी तेरे रूप की..शोंभा कही न जाय
तू चम्पा जैसी खील रही..मैं भवरों रहयो लूभा
54 दस सोवे मारी सहेलियां..दस सोवे पहरेदार
रंग मे बीच पोठसु..कि, विध पकडो पांव के
55 भाग गई तेरी सहेलियाँ..उठ गये पहरेदार
तेरे महल चोरी करु..तेरा पकड़ा गांव के
56 सूरत लागे सोहनी..दाँत दाडम का वीज
गौरी बक्से प्रीत से..परदे वालो चीज के
57 कोयल सी बोली भली..चम्पा वरणी रंग
साजधन घर से निकली..सारा हो गया दंग के
58 उल्टा फिर ने पोढीयाँ..नख सू कूचरे भींत
भीता सू तो में भला..माँसू राखो प्रीत के
59 राजन के धोली धोतीया..मारे घोला भाग
दोना री जोडी बनी..झक मारे संसार के
60 दाडम फूले बाग में..रस दाडम रे माँप
गोरी फूले सेजमें..सगा पोया को नार के
61 नथ रा मोती उजला..ससरा जी मारे लाय
देवर जेठाण्या लड पडी।राजन दीया समझाय के
62 छः कला छे मून्दडो..छला भरी परात
एक छा रे कारणे..छोडा पोहर बास के
63 नव जाय नव उपना जी..नव नानेरे जाय
मतो करू तो फेरू जीण..काल पडया अई खाय के
64 मालण रे घरा मोगरो..पर घर लेवण जाय
साहीब रे घर घोरडी..पर घर पोडण जाय के
65 घूघ रो काई काडणो..सर्द गर्म हो जाय
राजन केवे खोल दो..सासू नठ नठ जाय के
66 तीन बैया री बेनडी..मात पीता री लाडु
ऐसी राखी लाड से..फूल बराबर राख

67 खरी पती री मूठीयो..चमक्यो सारी रात
सासुजी हेलो पाडीयो..राजन पकडीयो हाथ के
68 में मारे बाबोसा रो लाडली..माता पीलायो दूध
साहोब थाके कारणे..आई लम्बी दूर
69 मेन्दी भरीयो बाटको..लीख लीख मांडू हाथ
लीखनो पडनो छोडदो..नीरखो गोरी रा हाथ
70 घेवर छाठू छाटना..बर्फी नखरा दार
बेगा आयोज सायबा..गोरी री मनवार के
71 हारया ने तो हार मीलायो..जीत्या है दखमार के
गोरी रा पीव पातलीयां राज भवरसां जाला ले घर आव

109 दाणी
हारे हरख ओ दानो कोड घमएरो
हारे लाडली रा दादोसा (नाम)
हारे लाडलडा रा बाबोसा (नाम)
हारे कांसी रलके शीश जबल के
हारा वाजा वाले ढोल ढ़सर के

109 सीक्या रा गीत
सीक्ष्या तू तो करनी ए दीबलो
लीक्षमी तू तो करेनी ए दीवलो
दीवले से दीवण्यां जोद घर दादोसा पधार्या
दीवले से दीवण्यां जोद घर बाबोसा पधार्या
दीवले से दोवण्यां जोद घर काकोसा पधार्या
दादीसा सा दादोसा रा शीश जाने मोतीडा बधाव्या
बाबोसा सा दादोसा रा शीश जाने मोतीडा बधाव्या
काकासो सा दादोसा रा शीश जानेमोतीडा बधाव्या
सीक्ष्या तू तो करेनी ए दीवलो
लीक्षमी तू तो करेनी ए दीवलो
दीवले सा दीवण्या जोद घर वीरोसा पधार्या
दीवले सा कीवाण्या जोद घर भूरोसा पधार्या
दीवले सा कीवण्या जोद घर मामोसा पधार्या
वीरोसा सा बाबोसा रा शीश जाने मोतीडा बधाव्या।
मामोसा नानोसा रा शीश जाने मोतीडा बधाव्या
भूरोसा बेनोसा सा वेवयारा शीश जाने मोतीडा बधाव्या
मामोसा सा शीश जाने मोतीडा बधाव्या

111 सोझ्या रा गीत
घडीय गून्दा बडा ने चीर जालो थे मारे वीरद पधारो दादोसा
ये गून्दवडा दूधा सू मीठा 2 थे मारें बिरद पधारो बाबोसा
ये गुन्दवडा दूधा सू मीठा थे मारे विरद पधारो काकोसा
ये गून्दवडा दूधा सू मीठा थे मारे विरद पधारो वीरोसा
ये गुन्दवडा दूधा सू मीठा दूधा सू मीठा ने दइआ सू खाठा
तो लीग्न लीखावन जोगो दादोसा ये गुन्दवडा दूधासू मीठा
तोय व्याव रचावन जोगो काकोसा ये गुन्दवडा दूधा सू मीठा
तो पेरावणी पेरावण जोगी वीरोसा ये गून्दडा दूधा सू मीठा
घडीय गून्दवडा ने चीरजालो थे मारे विरद पधारो मामोसा
ये गून्दवडा दुधा सू मीठा थे मारे विरद पधारो भूरोसा
ये गुन्दवडा दुधा सू मीठा ये मारे विरद पधारो बेनोइसा
ये गुन्दवडा दूधा सू मीठा दूध सू मीठा ने दडआ सू खाठा
तो मयरो पेरावण जोगो मामोसा ये गुन्दवडा दूधा सू मीठा
तो बन्दली कडावण जोगो भूरोसा ये गुन्दवडा दूधा सू मीठा
तो घोडीयां नचावण जोगो बेनोय ये गुन्दवडा दूधा सू मीठा
तो नेत घलावण जोगो मामोस ये गुन्दवडा दूधा सू मीठा

आगे रा गीत 1 2 3 4 5 6 7 8 9
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राजस्थान रा सूरमा
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
आप भला तो जगभलो नीतरं भलो न कोय ।

आस रे थांबे आसमान टिक्योडो ।

आपाणो राजस्थान
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ज्ञान गंगा ऑनलाइन
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