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(आभार राजस्थान पत्रिका)

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रचनाकार
नागराज शर्मा

प्रस्तुति- नागराज शर्मा, पिलानी, झुंझुनूं
संदर्भ- टाबर टोली पाक्षिक
हनुमानगढ़ जंकशन (राजस्थान)
  1. क्रिकेट रो मैच चालरयो थो। सीता आपरै नौकर नै पूछी, क्यूं रामू दादा, तेरो के विचार है? रामू- के बेरो सरकार, म्हे तो लडाई झगडै सूं दूर ही रैवूं।

  2. अेक मौलवी रै चौथो बच्चो हुयो। बण आपरै स्याणै भायलै सूं पूछ्यो- लडके रो नाम के राख्यो जावै? दोस्त पूछी- बाकी तीनुंवा रा के नाम है? मौलवी साब बतायो- सबसूं बडो असगर अली, उण सूं छोटो मुहम्मद अली अर तीसरो नूर अली। दोस्त कुछ ताळ सोची फेर बोल्यो- इण चौथे लडकै रो नाम बसकर अली राख्ल्यो।

  3. डॉक्टर साब, थे म्हारै पति रे दिल रो सफल ऑपरेशन कर दूसरो दिल लगौ के बणां रो जीवन बचा दियो। थानै घणां-घणां धन्यवाद। सब भगवान री किरपा है। डॉक्टर बोल्यो। पण डॉक्टर जी, इब बणां रै दिल में पैली जिस्यो प्यार कोनी रयो? अबार नयो नयो है, कोसिस करता रैवो कुछ दिनां पछै काबू में आ ज्यासी।

  4. डाक्टर मरीज नै दो गोळी दे के बोल्यो- एक तो रात नै सोवंती टेम ले लीज्ये अर दूसरी जीवतो रैयो तो सुबे ल्व लीजै। सरकार और कार में के अन्तर है? सरकार आँख बंद करकै चलाई जा सकै पण कार नहीं?

  5. पुत्र- पिताजी, कानून अेक सूं ज्यादा शादी करणै री छूट क्यूं कोनी देवै?
    पिता- बेटा, बडो होकै तू खुद समझ जावैगो और बइयां कानून आपणो रखवाळो ही है।

  6. ज्योतिष सरोज बाई नै बोल्यो- थे थारै पति रो भविष्य जाणणो  चावो हो कै?
    सरोज बाई बोली-नहीं, म्हारै बणको थे अतीत बताओ, भविष्य तो म्हारै हाथ में है।

  7. श्याम जी चोटिल होणै पर डाक्टर कनै गया और आपरी चोटां दिखाई। डाक्टर पूछ्यो थे ब्यायोडा हो कै? श्यामजी बोल्या-हां, पर आ चोट तो म्हारै स्कूटर सूं गिरने पर लागी है।

  8. म्है पति पत्नी मिल कै थारै बैंक में खातो खोलणों चावा हां।
    खातो म्हारै दोन्युवां रै नाम सूं अेक रैवैगो। यो तो घणी खुसी री बात है। मैनेजर बोल्यो। नियम कै है?
    अपने सुविधा तो इण में होवैगी कै जमा तो पति करातो रैवै अर निकालणै रो अधिकार पत्नी रो रैवै।

  9. अेक पहलवान आपरा नया जूता मंदिर रै बारणै धर कै मंदिर में ग्यो। इतणै में अेक चोर आयो तो बण देखी कि जूतां में अेक संदेश लिख्योडो पडयो है। यो जूता एक पहलवान रा है जो बडो खतरनाक है, सोचल्यो। पहलवान पूजा पाठ करके बारनै आयो तो जूता गायब मिल्या। बण नै इचरज हुयो तो उण री निजर एक संदेश पर पडी। लिख्यो थो-आपरै जूता चोर नै दौड में काई इनाम मिल्योडा है, पीछो करण हालो पैली या बात सावळ सोच ले।

  10. जच्चा जद होस में आई तो नर्स बोली, बधाई हो, थारै जुडवां लडका हुआ है।
    लुगाई घबरा गी बोली, हाय, म्हें दूसरै बच्चे रे बारै में म्हारै धणी नै के जवाब दयूंगी ?

  11. जानकीलाल कपडै री दुकान पर कपडो खरीदण गयो। पसंदीदा कपड़े रा दाम पूछ्या। दुकानदार पचास रुपिया मीटर बताया। जानकीलाल बोल्यो, पीसा ज्याडा है। 40 रुपिया मीटर रा पचास मांगै है।
    दुकानदार बोल्यो, चालीस रो रो म्हारै घर में पडयो है? जानकीदास बोल्यो, कोई बात नीं, म्हैं थारै घरां सूं लियावूंगो।

  12. स्कूल में गणित रो मास्टर रामू ने एक सवाल पूछ्यो- म्है थारै बापू नै पचास हजार रुपिया देवूं टो बो साढे सात परसेंट ब्याज रै हिसाब सूं एक साल पछै म्हनै कितणां पाछा देवैगो?
    रामू बोल्यो, एक पीसो ही कोनी दे।
    मास्टर तनै गणीत बिल्कुल भी कोनी आवै।
    रामू- थै म्हारै बापू नै जाणो कोनी?
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