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(आभार राजस्थान पत्रिका)

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अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी सम्मेलन-2003

सोनलिया दिन जद-जद बावडै, तद-तद अनूठा इतिहास रचिजै। अेक इतिहास जणै जिको आपाणां सूं साझी संस्कृति री सच्चाई नै परिभाषै। बौ गरबीलौ छिण फेरूं प्रस्तुत हुयौ अर आपरै ऊजळै, धोळै उजास सूं पाळापळ करतै इंद्रधनुषी रंगां सूं हिवडा नै सराबोर करग्यौ।

अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी सम्मेलन रौ आयोजन इणी गरबीलै इतियास री नवी नाकोऱ बानगी ही। कैवै के पैल जित्ती अच्छी हुवैला, उणरा नतीजा ई उत्ता ई सुखद अर सारथक सिद्ध हुवैला। पैलौ 'राजस्थानी सम्मेलन-2000' जिकौ राजस्थान री गुलाबी नगरी जयपुर मांय आयोजित करीजियौ हौ प्रवासी राजस्थानियां नै आपरी मायडभोम मांय पाछा अेकठ हुवण रौ मौकौ प्रदान कर्‌यौ। औ आपस रौ मैळ-मिळाप संबंध अर संवाद रौ, विरासत अर उणनै केवटण रै साच रौ अेक अैडौ पुळ बणायौ जिण माथै पूग सक्या हां।

अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी सम्मेलन 2000 रै नतीजां अर फळीभूत मकसदा सूं प्रवासी अर मायडभौम रै भावनात्मक संबंधा नै असीम उर्जा सूं संचियोडी मसाल मिली। इण सम्मेलन रै जरियै राजस्थान निरणै करियौ।

जद कडी जुडै तौ आपां और परिपक्व हुय जावां, इणी विचारा रौ मूरत रूप है दूजौ 'राजस्थानी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन' जिण सूं होटल हिल्टन, हान्टीगॉन, लॉग आइलैंड, न्यूयार्क में 4 सूं 6 जुलाई, 2003 नै आयोजित करीजियौ। इण सम्मेलन रो मुख्य उद्देश्य प्रवासी राजस्थानियां नै एक सूत्र में पिरोवता थकां एक अेडो मंच त्यार करणौ हौ जिकौ एक कानी उणां रै सिमरिध अनुभवां रौ लाभ लियौ जाय सकै, उठै मायडभोम अर उणरी संस्कृति सूं उणां रै अमिट अनुराग रौ संरक्षण हुय सकै। दुनियाभर सूं 2000 सूं बेसी प्रतिनिधि इण सम्मेलन मांय हिस्सौ लियौ। इण मांय चुनिंदा विशेषज्ञ जथा मेडिसिन, इंजीनियरिंग, सूचना प्रौधोगिकी, प्रोफेशनल्स, उधोगपतियां अर व्यवसायियां जियां श्री अेल.अेन.मित्तल, श्री अनिल अग्रवाल, अमेरिका मांय भारत रा राजदूत ललित मानसिंह, जोधपुर रा नरेश महाराजा गजसिंह आद सामल हुया।

राजस्थान रा मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत आपरै 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रै साथै इण सम्मेलन में भाग लेवण खास तौर माथै पूगिया। इण प्रतिमंडल मांय वित्तमंत्री प्रधुम्नसिंह, उधोगमंत्री डॉ. चंद्रभान, पर्यटन मंत्री श्री शांति धारीवाल अर दूजा वरिष्ठ अधिकारी ई सामल हा।

इण सम्मेलन मांय आयोजित सरुआती सत्र अर न्यारै-न्यारै सेमिनारां रै जरियै सरकार कानी सूं राजस्थान नै निवेश सारू स्थळ उजागर करण में कदम उठाईज्या।

राजस्थान मांय व्यवसाय अर पर्यटन रै असीमित अवसरां माथै अेक प्रदर्शनी, इण स्म्मेलन रै भाग रै रुप में आयोजित करीजी। 5000 हजार वरग फुट रै मांय आयोजित इण प्रदर्शनी रैमांय लारलै बरसां में राजस्थान रै विकास कामां री झलक ई पेस करीजी। विधुत उत्पादन, अकाळ-राहत, शिक्षा अर सडक विकास आद ऐडा छेत्र है जठै लारलै 4 बरसां में राजस्थान प्रगति रा पगोथिया छूया है। राजस्थान निवेस सारू इण वास्तै उपयुक्त है क्यूंकै अठै विराट बजार है, विसाळ स्त्रोत है अर शांतिपूरण औधोगिक वातावरण है। प्रदर्शनी मांय सडक, उर्जा अर न्यारै-न्यारै उत्पादक योजनावां अर पर्यटन कानी निवेसकां रौ ध्यान खींचीजियौ। प्रदर्शनी नै देखण सारू आया सगळै ई खास लोगां इणनै परखियौ अर सरायौ। 1 जुलाई 2003 नै मुख्यमंत्री राजस्थान, श्री अशोक गहलोत रौ न्यूयार्क में पूगणौ हुयौ। 2 जुलाई,2003 नै अशोक जी 'राना' री एक्जीक्यूटिव कमेटी रै सदस्यां सूं मिल'र सम्मेलनां रै न्यारै-न्यारै घटनाक्रमां माथै विचार-विमर्श करियौ। इणी क्रम मांय न्यूयार्क में राजस्थानी भाइयां सूं राजस्थान रै सामाजिक, आरथिक विकास माथै मैतवपूरण चरचा करीजी।

3 जुलाई 2003 रौ दिन ट्रेवल अर टूरिज्म रै सेमिनार सूं सरु हुयौ। इणरी अध्यक्षता पर्यटन सचिव अरविंद मायाराम करी। इण सेमिनार मांय न्यूयार्क अर युनाईटेड स्टेट रा न्यारै-न्यारै भागां सूं आया सिरै ट्रैवल एजेंटां अर टूर ऑपर्टरां हिस्सौ लियौ। श्री मायाराम राजस्थान मांय पर्यटन री अपार संभावनावां कानी लोगां रौ ध्यान खींच्यौ। राजस्थान मांय पर्यटन नै कीकर बढावौ दियौ जावै इण विसय माथै विचार-विमर्श करीजियौ। इणी मौके माथै आर. टी.डी.सी. रा प्रबंध निदेसक 'पैलेस ऑन व्हील्स' माथै प्रस्तुतिकरण दियौ।

4 जुलाई 2003 नै ' राजस्थानी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन' रै शुभारम्भ मौकै 'राना' अध्यक्ष सगळां रौ ई अंतस सूं आभार व्यक्त करता थकां स्वागत करियौ। इण समारोह रा मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत कैयौ-"म्हैं 'राजस्थान असोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका' (राना) रै सगळै ई साथियां नै बधाई देवणी चावूं के वै 'राजस्थान फाउंडेशन' रै काम नै आगै बढावण सारू न्यूयार्क में औ सम्मेलन आयोजित करण रौ निरणै लियौ।"

वै कैयौ के "म्हारौ मानणौ है-प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन री सफलता नै ध्यान में राख'र ई भारत सरकार इण विचार नै राष्ट्रीय स्वरूप प्रदान करियौ अर नई दिल्ली मांय 9 जनवरी 2003 नै 'प्रवासी भारतीय दिवस' रै नांव सूं औ सम्मेलन आयोजित करीजियौ।" पछै घणै भावभीनै सबदां मांय वै उपस्थित अतिथियां सूं आग्रह करियौ के वै आपरी मायडभोम रै दरसण सारू अेकर पधारै अर राज्य मांय हुय रैयी विकास जात्रा मांय सहभागी बणै। माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान में अकाळ रै बावजूद हुयै चौमुखी विकास रौ जिकर करियौ, जिणमें उर्जा अर सडक अनिरमाण उल्लेखजोग है। वै इण बात कानी इसारौ करियौ के सीमित संसाधन अर आय रा स्त्रोत विकास री बाधा है, सो निजी भागीदारी रौ स्वागत है।

इणरै बाद इन्फ्रास्ट्रक्चर अर इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी माथै एक सेमिनार आयोजित करीजियौ। इण सेमिनार रै दौरान इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी विभाग रा सचिव श्री अशोक संपतराम 'इन्फ्रास्ट्रक्चर' विसय माथै एक प्रस्तुतिकरण दियौ। इण समारोह रा अध्यक्ष वित्तमंत्री श्री प्रधुम्नसिंह हा। वै आधारभूत सुविधावां रै सुधार सारू करीजण वाळै प्रयासां रै बारै में विस्तार सूं जाणकारी देवता थकां बतायौ के इण छेत्र मांय सुधार सारू एक बडै आरथिक सैयोग री जरुत है अर राज्य सरकार आपरै राजस्व सूं इण मांय फगत कीं ई योगदान कर सकै। इण काम में पूरी सफळ्ता हासल करण सारू निजी छेत्र रै योगदान री अपेक्षा है।

5 जुलाई, 2003 नै सामान्य सत्र सरु हुयौ। प्रस्तुतिकरण में डॉ.एल.के.माहेश्वरी 'राना' कानी सूं पिलाणी (राजस्थान) मांय पेयजळ परियोजना माथै उजास नांखियौ। इणरै बाद पूंजी निवेश माथै एक सेमिनार रौ आयोजन ई करिजियौ। जिण मांय राजस्थानी में पूंजी निवेश री संभावनावां विसय माथै एक प्रस्तुतिकरण दिरीज्यौ। इण सेमिनार रै दौरान प्रवासी भारतीय आप-आपरी निजी रुचि व्यक्त करतां पूंजी निवेश करण री आपरी भावना प्रगट करी। पछै रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां सिंझ्या नै यादगार बणाय दीवी।

6 जुलाई नै सम्मेलन रौ समापन सत्र हौ। इण आयोजन री भव्य सफलता सारू बधाई देवतां मान्य मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत सगळा ई प्रवासी भारतीयां सूं लगोलग सैयोग अर आपरै राज्य रै प्रति भावनात्मक जुडाव में प्रगाढता लावण री अपील करी।

इण आयोजन रै लारै मूळ भावना ही के प्रवासी समुदाय आपरै पूर्वाग्रहां रै नकारात्मक सोच सूं बारै निकळै अर प्रदेस रै प्रति एक सकारात्मक सोच रौ निरमाण हुवै।

'राना' जिण गरिमा रै साथै इण आयोजन रौ सफळ संचालन करियौ वौ घणौ सरावणजोग है अर इण बात रौ द्योतक है के आवण वाळै बगत में ई इणी तरै प्रवासी राजस्थानियां रौ आपरी मायड-भोम सूं भावनात्मक जुडाव बणियौ रैवेला अर दूर रैवता थकां ई वै आपरै प्रदेस री विकास यात्रा में लगौलग योगदान देवता रैवैला।

इण मौकै 'राना' कानी सूं मायड-भाषा राजस्थानी सारू सरब सम्मति सूं प्रस्ताव पारित करीजियौ के "राजस्थान सरकार राजस्थानी भाषा नै प्रदेश मांय दूजी राजभाषा री मान्यता देवै अर संविधान री आठवीं सूची में सामल करावण रा जतन करै।"

औ एक भळै नवी सरुआत रौ ई संकेत हौ। ठीक वैडौ ई जैडौ 'अंतर्राष्ट्रीय राजस्थानी सम्मेलन-2002' रै बगत हुई ही। रिस्तां नै औरूं गाढा बणावण रै संकळप रै साथै राजस्थानी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन सफलता रै साथै संपन्न हुयौ। जिणरी अनुगूंज आज ई प्रतिध्वनित हुय रैयी है। मायड भोम रा लाडला सामाजिक सपनां नै साकार रूप देवण सारू लगौलग जतनसीळ है।

 

   
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