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(आभार राजस्थान पत्रिका)

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रवि पुरोहितजी

मारवाड़ी विवाह गीत

संकलन- श्रीमती सुगनीबाई बोहरा, श्रीमती कंचनबाई गादिया

251 तोरू री गाल
मारे पडवा पाछो तोरूजी घण तोरू लो
ननदोईसा ने नीवत जीमाबू जी घण तोरू लो
वे तो बेठा बेठा तीरू चोरी जी घण तोरू लो
मचंकाय र बान्धो पीठा जी घण तोरू लो
(साला का नाम) घी घोरी चोरी कपडी जी घण तोरू लो
में तो इसडा जाणु तो केने नीवतू जी घण तोरू लो
साल्या थाने सलामो जी
मारी चोरी चावे मड करजो जी घण तोरू ली

252 बीडला री गाल
अपना जमाई साने देचा भी वोवे
तूरा खूब खूल्या लूगां लेवोसा
छूगां लेवोसा जमाई डोडा लेबोसा
छोठो साल्या मांमे सहेल्या मांगे बडिला लेवोसा
अपना जमाई साने घडीबां घी सोबे
पठा खूब खल्या लूगां लेबोस
लूगा लेबोसा जमाई ढोडा लेवोसा
छोंठी साल्या मांगे सहेल्या मांगे बिड़ला ले
अपना जमाई साने अंगोठी भी सोवे
छल्ला खूब खूल्या लूगाँ लेबोसा
लूगां लेवोस जमाई डोडा लेवोसा
छोटी साल्या मांगे सहेल्या मांगे बिडला लेवोसा

252 मंजील रो गाल
भारतीयाँ री कालो पीधो कूण कीधो गोरी
ओजी ओ भवंवर मारा ननदोईसा आया
ननदोईसा आया ने स्नान कराया
ओ जी ओ भवंदर में तो आपसू डरी थी
दूजी मंत्रील आपरी मांव सू डरी घी तीजी घंजील
आंगल चीकल कूण कीधो गोरी
ओ जी ओ भवंर मारा ननदोईसा आया
ननदोईसा आया ने गेर खेलाय
ओजी ओ भवंर में तो आप सू डरी थी
दूजी मंजली आपरी मांय सू डरी थी तीजी मंजील
बागा तो खीड़की कूण खोली गीरी
ओ जी भवंर मारा ननदोईसा आया

254 डरी थी गाल
ननदोईसा आया ने बाग फीराया
ओ जी ओ भवंवर तो आप सू डरी थी
तूजी मंजली आपरी मायं सू डरी थी ताजी मंजील
मेला में दीवलो कूण कीधो गोरी
ओ जी ओ भंवर मारा ननदोईसा आया
ननदोईसा आया ने मेल पोढायां
ओ जी ओ भंबर में तो आपसू डरी थी
दूजी मंजली आपरी मायं सू डरी थी तीजी मंजील

255 जमाई रा पूहा
जीम्या जाय रे जीम्या जाय मूछीयां चावल लीया जाय
मारा चावल माने दोर मूखा ओ तो ओरू लो।
जोम्या जाय रे जीम्या जाय पग में पापड़ लीया जाया
मारा पापड मारे दोरा भूखा वो तो ओरू लो
जीम्या जाय रे जीम्या जाय पग में गीदी लीया जाय
माणी गीदी माने दो नागा वो तो धोती लों

256 सीटी का गाल
।।किसने बजाई रंग सीटी ननदोईसा यूमना के किनारे।।
बाईसा बजाठी रंग सीठी ननदोईसा युमना के कि ारने
ताम्ब के हण्डे में पानी तपाया नायण मे कीसने जादू
डाला ननथोईसा यूमना के किनारे ।।किसने।।
जीजा जो के बास्ते बीडला बनाया चाबन में किसने जादू
डाला ननदोईसा यमूना किनारे।।किसने।।
जीजा जी के वास्ते बीडला बनाया चाबन में किसने जादू
डाला ननदोईसा यमुना के किनारे।।किसने।।
जीजा जी के वास्ते चोपड बीछाई खेलण में किसने
जादू डाला ननदोईसा यमुना के किनारे।।किसने।।
जीजा जी के बास्ते झूला डल या झुलर में किसने
चादू डाला ननदोईसा यमुना के किनारे।किसने।।
जीजा जी के वास्ते सेज बीछछाई पोढज में किसने
जादू डाला नतदोईसा यमुना के किनार।।किसने।।

258 किनारे गावे कलालन
ऊंचा तो बेठा राठोडा रजपूत निजां तो बेठा ओ
राणा राजवी जा बिंच पेठा जमायारो साथ
असल कलालन पाणी सांचरी घरठीयो तो सेल्यो
जल जमना री तीर इडनो ने मीले चपंला ढाल में
फीर घीर कलाली जी डोयो हे बाग तातन ने तोडरो
काचो केलरो घस मस कला ली घोया हे पांव
कई गड बतीखी काडी उजली जी थोडो सो संवर
सा घरोठयो उचटांय कई मारी ने सहेल्या भर बेडा
साचरी जी घरोठयो कलालन जी उगायो नहीं जाय
सार्गीया बताय दो (गांव का नाम) सओहर रा मागायं कवर
सा घताया नही जायं आजरा दमडा में भरा जी
वासी कलालन जी बसाया नहीं जाय कई बारे ने
बरसारी सून्दर गोरी बापरे जी थारी सून्दर
गोरी कीणरे उणीयार कई कीणा ने सरीखा
सुन्दर गोरी फूटकता जी मारी तो सुन्दर गोरी
इदक सरूप थारी तो लीलाडी घणरी
पगतली मरू के जीबू मारौडी माँय अठे ी सराही
घर री गोरली थोडा सा कवंर सा धामा मदरा
बोल साल्यां में सूता ओ सूसरोमा जागसी थोडा
सा कवर सा धीमा मूदरा बोल पोल्यां में सूथा ओ
सासजी जागसो थोडा  सा कंवर गूहरा बोल
चेला मे सूथा ओ सालोजो जागसी मारा साला जी
ने गांव वक्शा एक दिल्छी ने दूजो आगरो थोडा
सा कवर सा धीमा मूदरा बोल मेला में सूथा ओ
कवर कणालन रा दोनी कलाखी जी मेशम डोरम चक
बाधा ी देवू कंवर कलालन रा कवंर कवंरसा
बत्धाया नही जाय तोरण बन्धायी मारा बापरी
जी थोडा कवंर सा घूडला पाछा फेर गुरीयां
सू तूठो मारो आंगणो जी आंगणीये कलाली जी
कांज विराय मीतीयां ढोल्या दो जाज हीगंलू जी

254 जूग वाला री गाल
ढोला इण सरीवरीयां री पाल जमाई धोवे धोतीयां
जी मारा राज धोबीडो धोया पचास जूग बाला
धोया डेढ सो जी। मारा राज। धोया धोया कीयो रे
बनाब प्रभात्या जाणो सासरे ।जी। उठाय है माजल
रात सो कोसा सूरज उठीयो जी।जी। पोलीडा पोल
उगाड जूग वाला आया पावणा। जी। कोणाजीरा रावल्या
रजपूत कोणसरारे सीठारत पावजा।जी।।बाबासार रावल्या
रजपूत (सूसरो नाम) रे पावणां। जी। कोई जो आरा सास
जी ने जाय उणासा पानी मेलजो। जी। थकालू पांव
चम्पवासी ।जी। के ी जो बारा साहेल्या ने जाय उणासा
भांजन मोकलो। जी। केई जो वारा साला जी ने जाय बेइनो
या मेला जोमजी जी। केई जो वारी सालीयां ने जाय छोको
सी गाल गवाडलो। जी। कहीजो वारी साथण्यां ने जाय
मखण मेल खन्धवाजो।जी।

259 सीगरथ पावणां री गाल
जमाई सा तो आया पावणां काई करू मनवार हो राज
थे मारे सागरथ पावणा ओ राज
घडी घडीजे मेडते ने खीली लूहारा री हाठ ओ राज।थे।
पीसण वाला पीहर गया ने पोवत वाला ने मांस हो राज।थे।
कांदा रोठी रायतो थाणो दाब डे तो जीमी हो राज।थे।
जीण्यम। थे भले बताँया मूछनीयां बताय दे।राज थे।
पान सूपारी सब ही खाबे मीगणीयां अरोगो हो राज।।थे।।
मछणीयां थे भले बताया पोढण्या बताम दी।।थे।।
साल्या मे सूसरोसा सूथा बोल्या मे सासूजी सूथा।
मेला मे साला जी सूथा अकरडीयां में लेठो हो राज।थे।।
पोढणीयां मने भला बताया मारगीयां बताय दो राज।।थे।।
रस्ते रस्ते सब कोई जावे उजड उजड जाईजो राज।।थे।।
आगे है मारे खेत वीणारो होला खावता जाईजो राज।।थे।।
आगे है मारे भीम तलाब स्नान करता जायजो राज।।थे।।
हाथ मती धओईजो पग मती जोयजो
स्नाना करता जायजो हा राज
।।थे मारे सीगरत पांवणा ओ राज।।

260 टोपी री गाल
जल्दी जल्दी बाग लगाया फीर भी मोडा
आया सा जमाई सा मोडा आया सा डेडी
टोपी वाला डेडी टोपी वाला अंग्रेजी
बाल बाला लालों में अन्तर डाल्यो सा कसेत्दा टोपी बाला
जल्दी डल्दी भोजन बनाया फीर भी मोडा
आया सा जमाईसा मोडा आया सा डेडी टोपी बाला
डेढी टोपी वाला अंग्रेजी बाल वाला
बालों ने अन्तर डाल्यो सा कसीन्दा टोपी वाला
जल्दी जल्दी चोपड बीछा ी फीर भी मोडा आया सा
नणदोई सा मोडा सा डेढी टोपी वाला
डेडीं ठोपी बाला अंग्रेजी बाल वाला
बालों में अन्तर डाल्यो सा कसीन्दा ठोपी वाला
जल्दी जल्दी सेजा बीछाई फीर भी मोडा आया सा
जमाई सा मोडा आया सा डेढी डोपी वाला
डेडी ठोपी डोपी वाला अंग्रेजी बाल वाला
बालों में अन्तर डालीयो सा केसीन्द टोपी वाला

261 मोती री गाल
आपरे खातर बाग लगाया घूमो तो सही
घूमो तो मर्जी आपकी हंस बोलो तो सही
मरा नणदोईसा रे हाथ सोवे हीरा की घडी
मारा बाईसा रे हाथ सोहे मोत्या की लढी
आपरे खारत भोजन बनाया जीमो तो सही
जीमो तो मर्जी आपक की हंस बोलो तो सकही
मारा नण्दोईसा रे हाथ सोवे हीरा की अंगूठी
मारा बाईसा रे हाथ सोवे लाल की दडी
आपरे खारत बीडला बनाया चाबो तो सही
चाबो तो मर्जी आपकी हंस बोलो त सही
मारा नण्दोईसा रे गले सोवे मोत्या की लडी
मारा बाई सा रे गले सोवे हीरा की लढी
आपरे खार चोपड बीछाई खेलो तो सही
खेलो तो मर्जी आपकी हंस बोलो तो सही
आपरे खारत सेजा सजाई पोढो तो सही
पोढो तो मर्जी आपकी बाईसा से बोलो तो सही
सारा नण्दोईसा रे हाथ सोवे हीरा की घडी
मारा बाई सा रे हाथ सोबे मोत्या की छडी

262 मोटर की गाल
नन्दोई सा रे खारत मे तो बाग लगाया
साला जी रे साथे आपने घूमनो पडेला
सीरदारा री मोटर बाग बगीचा फीरे
जमाई सारे खारत मे तो भजो बनाया
सालाजी रे साथे आपने जीमन पडेला
सीरदारा री मोटर बाग बगीचा फीरे
नण्दोई सा खार मे तो बीडला लगाया सा
सहेल्यां रे साथे आपने चाबनो पडेला
सीरदारा री मोटर बाग बगीचा फीरे
नण्दोईसा रा खार मे तो चोपड बीछा ीसा
बाईसा रे साथे आपने खेलनो पडेला
सीरदारा री मोटर बाग बगीचा फीरे
जमाई सा रे खार मे तो सेज बीछाई सा
बाईसा रे साथ आपने पोडनो पडेला
सीरदारा री मोटर बाग बगीचा फीरे

263 मीठाई की गाल
ओसा ओ नण्दोईसा माने रखडी घडायदो सा
रखडी उपर नांब आपरा सालाजी रो दीराई दो सा
ओ सा ओ नण्दोई सा आपरा साला ने समझाई दो सा
मूण्डे नहीं बोले मासु डेडा डेडा जावेसा
ओ सा ओ सालाजी आपरे कावंण री लडाई सा
ओ सा ओ बेनोसा मारे रात री लड़ाई सा
रात री मीठाई सुन्दर गलीयारे भगाई सा
गखीयारे भगई जाने कुत्ता मीनी खाई सा
ओ सा ओ नण्दोईसा मा े तीमण्यो घड़ाय दो सा
तीमण्यां ऊपर नांव आपरा सालाजीरी दोखादोसा
ओ सा ओ नण्दोईसा आपरा सालाजी ने समझावेसा
मूण्डे नही बोले मांसू टलीयां टलीयां जावेसा
ओ सा ओ सालाजी थारे कायण री लड़ाई सा
रात री जलेबी सून्दर गलीयारे नखाई सा
गलीयारी नकाई जाने कुत्ता बीली खाई सा

264 बाबाले रात रा गावे
बाबेली ये इण सखरीयां री पालजठे मे जमाई
धोवे धोतीयां बावेली
बाबेली ये धोय धोय कीयारे बणाव
चतूर जमाई चाल्या सासरे बाबेली
बाबेली ये उठया है माजल रात
सोने कोसा ने सूरज उगीयो बाबेली
बाबेवीये पोलीडा पोल उगाड
बारे तो उबा सीगरत पाँवणा बाबेली
बाबेलीगे कठोड रा रावल्या रजपूत
कीणासारे आया आया सीगरत पांबणा बाबेली
बालीबेये चेय्यार रा रामल्या रजपूत
सूसरोसा रे पावणा बाजेली
बावेलीय कीजो वारा सूसरोसा ने
जाय दरवाजे जाजम डालजो बाबेली
बाबेलीया कीजो वारा सासूजीने जाय
उजल सा भोजन रन्धाबजो वालेली
बाबेलीये उण ठण्डा भोजनीयां रन्धाय
भूखालू भोजन जीमसी बाबेली
बाबेलीय कीजो वारा सालाजी ने जाय
बेनोइयाँ कीजो वारी सहेल्यां ने जाय
छोकी सी गाल गाबजो बाबेली
बाबेली ये कीजो वारे सूसरोसा ने जाय
नव खण्डया मेल चूनाव जदो बाबेली
बाबेली ये उंचा नीच मेल चुनाव
चारो ने दीशा में राखो झाल्या बाबेली
बाबेलीपे मेला में दिवलो उजाश
चारों ने दिशा में विशी चांदणो बाबेली
बाबेलीवे मेला में झाझम डाल
बाई ने जमाई चोपड खेलसीं बावेली
बाबेली रे रमीयाँ है सारोडी राप
कूण हारया कूण जीत्या बाबेली
बाबेलीय हारया बेबाय रा शीश
वाई ने कंवर बाई जीत्या बाबेली
बाबेलीये आई जमाया ने शीश
बाई पर वायो ताजणो बाबेली
बाबेलीये आई बाईसा ने रीसा
मेलासु हेठा उत्रया बाबेली
बाबेलीये आयो जमाइया रो साथ
बाईसा ने पाछा ले गया बाबेली
बाबेला ये थाने गा ोरी सात सलाम
चाकर थारा बापरा बाबेली
बाबेली ये जेसो कसूम्बा रो रंग
सवायो रंग राखजो बाबेली
बाबेलीय जेसी बाला पणरी प्रीत
बुढापा में राखझी बाबेली

265 गाल
कीजा वारा सूसरोसा ने जाय जमाई सा पाँवणा
सा मारा राजा जूगबाला आया पाबणां सा मारा राज
आया हो तो आवा दीजा सामा तो साण्डया मे भेजू मारा राज।।
आयोडा ना आनन्द उछाव सासूजी लेसी वारणा सा मारा राज।।
कीजो वारा सासूजी ने जाय जमाई सा आया पांबणा सा मारा राज।।
आया हो तो आबा देजो भोजन की त्यारी में करा सा मारा राज ।।आयोडा।।
कीजा वारा सालाजी ने जाय नोइया मेला जीमोज सा मारा राज
आयाया हो तो आवा देइजा भागा री त्यारो मे करा सा मारा राज।।आयोडा।।
कजो वारी सहेल्यां ने जाय नण्दोइ सा आया पाबणां सा मारा राज।।
 ाया वे तो आबा देइजी राजा गाल्या री त्यारी में करा जी मारा राज

266 काजल्यां रो गाल
काली काली तो काजल्यां री रेख
काला डरमा में ओ जूगबाला चमके बीजली
खीब खीव भर्या रे तलाब जठे ने जमाई
जूग बाला धोवे धोतीयां धोय धोय कीयो रे
बनाब चतूर जमाई ओ जूग बाला चाल्या सासरे
खातीला जमाइ ओ जुग बाल्या चाल्या सासरे
सूसरा रज री जोवे छे वाट सासूजी खातीला
ओ जूग बाला रान्धे लापसी साला रजरी जोवे छे
वाव सहेल्या कोडीली जूगबाला माण्डे मांडना
सहेल्या रज री जोवे छे वाट मखण तो उडावे
जूगबाला बन री मूगटी

267 फूलडा री गल
आज मारा बागा में मारे बागा झीलरया फूलडा तोडे
जमाइयां रो साथ मण्डवा मरूजी
चाल मारा रंग रा करेल्या तू चाल रे उताबलो
चाले तो ले चालू रे मारे समद खोसरीसासरो
देखे तो दीखावू रे मारे सात साला री जोडलो
क्ूलजा रंग वीजण्या मारा जमाई री सेजा में
आज यारे चोवढीयो मारे चोवटियो झीलरयो
चोविटये बेठो मारो जमाइयां रो साथ मण्डवा मरूजी
चाल मारा रंग रा करेल्या तू चाल रे उतावलो
चाले तो ले चालू रे मारे समद सरीखो सासरो
देखे तो दूखावू रे मारे साता सालारी जोइली
क्ूलजा रंग रा बो जणीयां मारा चूतर जामाई यारी सेजा मे
आज मारे मेला में मारो मला में झीलरयो
मेला में बेठो जमाईयां रो साथ मण्डवा मरूजी
चाल मार रंगरा करेल्या तू चलार में उतावलो
चाले तो ले चालू रे मारे समद सरीखो सासरो
देखे दीखावू रे मारा सात साल री जोडली
क्ूलजा रंग रा वीजण्या मारा जमाईया रा सेज में

268 तांगा रो ताल
तांगो जीत ने बाई ने लेवण आया तो
आया सूसरोसा नारो री पोल बाई ने आणा आव्या जी।
तांगो जमाई सा नोरा मे छोडो आप वीराजो जाजमडाणा
हाथ जोड ने बाई रा दादोसा उबा।।बाई।।
तो मारी बाई ने दीन दस राखो बाई मारा लाडला जी
मारे सूसरोसा बूढी छे दादी नहीं छो रोटया पोवन वाली
गोरी ने राख्य नही सेजगी
हाथ जोड ने बांइरा बाबोसा उबा
हाथ जोड ने बाइरां काकोसा उबी
तो मादी बाई ने दी न दश राखो बाई तो मारा लारलाजी
मारे सूसरोसा छोठी छोठी देना तो
नही छोठपां करन बाली मारी ने राख्या नहीं सजे जो
अडक बडक बाई री भावंज बोली 2
उठो बाईसा यजो सीणपार जमाई सा हठ रेयाय जी
डांगस चढने हेलो जी मारू तो
कोई कीमती जिणंजो धीव धीवडे ढोला ले गया जी

269 भांग री गाल
आँतो किनारे नगर सु आई रा मांग
।।रंग भर विवलो झिग रयो।।।
आ तो नवारे नगर सु आई रा मांग रंग।।
आतो ताम्गा केरी तोलडी में सेखूरा भाग रंग।
आतो गंगा जल नीग झकोलो रा भांग।।रंग।।
आती गुजारती कापड छाणो रा भांग।।रंग।।
आती सूसरोसां रा माला गा ने पाव थु।मांग।।रंग।।
जाने मेला चढतां चढता ने उजीयागरो भाग।।रंग।।
आरे सायदण हंस हंस पूछेरा बातओ।।रंग।।
आरे कूय सवाल्टां वाई रे माँग।।रंग।।
(नाम) राया रा बेनोसा पाई रे भांग।।रंग।।
वागे पायी जाने दुणी दोडी पावोरा मांग।।रंग।।
वारो नवा रे नगर सुं मगाजी रा भागं।।रंग।।
आतो (मूत) केरों तोलडी ने सेवूरा मांग ।।रंग।।
णातो उकलयां बठावू रा घांग।।रंग।।
आतो (नाम)केरा मूत मे झकोलो रा भांग।।रंग।।
आतों नूना केरा पोतरा मे छाणो रा भांग।।रंग।।
डेडाजी रा बेनोसा ने पाओ रा भांग।।रंग।।
वाने उकडयाँ (मेला)लूटता ने उगोरा भाँग।।रंग।।
वाने बाईसा हंस हंस पूछे रा बात।।रंग।।
थाने कूण सा पाई सा पाई लीलडी भाँग।।रंग।।
सूसरोसा रा साला जी पाइ माने भांग।।रंग।।

270 कूकडा री गाल
रात पोयर रो कूकडो जी बोल्यो इमरत वाणी
मेल्या तो पोढया जोगा जमाया
कई थारी गुल रही नीन्द
कई थाने अमल अरोग्यो सा कई थारी गुल रही भांग
नही माने अमल अरोग्यो सा नही मारी गुल रही नींद
रया था साला जी रे मेला में माजमा कि गनवार
गत पोयर रो कूकडो जी बोल्यो इमरत वाणी
मेला तो पोडया जागो बाईसा कई थारी गुल रही नींद
कई माने अमल अरोग्यो सा कई थारी गुल रही भांग
नही माने अमल अरोग्यो नही मारो गुल रही नीन्द
गया था वीरो सा रे मेल मे मोज कि मनबार

271 मीनख्या री गाल
(इस गीत में हर जगह रा बदलनी)
जमा ीयां री माता खेत गई रे लोवण्या कई
आई आई पेठ रखया लाल मलोजणीयां
सोना री मचली ओ वेवाईसा रतना रा पांया
रमता तो खेलता ओ वेवाईसा मीनख्या उपजाबां
सवा नवमास पूरा रे लोचणीयां कई
मीनक्या जाया चार लाल मलोचणीयां
मीनक्या जाया भला हुआ रे लोशणीयां
मीनक्या रो नालो जगाय लाल मलोवणीयां
तालो जी कूण खटकारीयो जी मारे रण पाछलडी रात
तालो जी मनीक खटकारीयो जी मारे रेज पाछडली रात
नाखो जगाया भली हुई रे लोचणीयां
मीनक्यां रो सूरज पूजाय लाल भलोचणीयां
पेलो मोरत सूरज जी ने होयजो
जठे ओ सूरज की कीरण्या आकरी
सूयज पूजाया भली हुवा रे लोचणीयां
मीनक्या री जलवा कराय लाल मलोवणीयां
बाई ए ताम्बा केरी तौडली मंगाय
मारा राय रूपरी ढाकणी
जलवा कराया भली हुई रे लोचणीयाँ
जीनक्यां रो नाम दिराय लाल भलोचणीयां
अलीचन्द दलीचन्द ताराचन्द रे मलोणीयां
चोथो सगीजी रो यार लाल मलोचणीवाँ
नामदिराया भली हुई रे लोचणीयां
मीनाक्यां रो पढाय करांय लाल मलोचगीया
1234 मीनक्यां बनो होशियार
सबका है कहना अनपढ़ न रहना जाओ गुरूजी के पास
पढाई कराया भी हुवी रे लीचणीयां
मीतक्या री सगाई कराल लाल मलोचणीयां
आ तो घोडी घडासू उतरी ले लाल
ये सा कंवर शीर फूल हो लाल
राती माला पेरी जडावरी रे लाल
सगाई कराया भली हुई रे लोचणीयां
मीनक्या वाने बेठाय लाल मलोचणीयां
गढ रण्क भबर सू आ वीनायका
करो रे अणचीती विरदड़िया
बाने बेठाय भली हुई रे लोचणीयां
मीनक्या रो डोरो बन्धाय लाल मलोजणीयां
समदारे उले पेले चन्दणीगो रो रूखी
गाढे नीरे खाती बाजीठयो
क्ोरो बन्धया भली हुई रे लीचण्यो
मीनक्या रो नकाशी कराय लाल मलोचणीयो
चढी रे चढी मीनक्या ढील मत करजी
देल चढी मीनकी जोब वाये
नकाशी कराया भली हुई रे लोचणीया
मीनक्या रो साम्भेलो कराय लाल मलोजणीयां
काणा खोणा जानी लाया शेमा धखी जानकी जानकी
लात सूपारी लाडा सीगोडा रो गठको
सम्भेलो कराया भली हुई रे लीचणीयां
मीनक्या ने चबरी जेठाब लाल मलोचणीया
पेलो तो फेरो मनकी बावोसा री बेठी
चवरीयां बेठाया भली हुई रे जोचणीयां
मीनक्या सासरीये पूगाय लाल मलोचणीयां

266  आगल रो गीत
सूती मरूजी आगल दे ओ जी जागु तो आगले खूल पडी जीयो
राज। नही छे सींरात्ये सीर पांव ओ जी नही छे पगात्ये भवरसा
री मोजरी जीयो राज नही हे हीवडा उपर हाथ ओजी है पसवाडे
भंवरसां री पसवाडो जीयो राज। उठ दासी दीबलो उजाल
ओ जी मरुजी री खबरा सून्दर गोरी साजर्या जीयो राज।
चार उजलायत जाय। ओ जी कहे हे बताबो वीरसा मारा
सायबा जीयो राज। कीतना वर्ष का है जवान ओसी केसो रे
सूरत रा बाई थारा सायबा जीयो राज। वर्ष पचीस जवान
ओजी केसरीयां तीलक वीरोसा मारा साहीबा। बेनड देख्या
सोनी डा री हाठ घेण री डाबो सनारम रे हाथ मे। बालू ए सोनारण थारो रुब ने ओही रूप रीभांया गोरी रा साहीबा
उभी मरूजी चम्पलारी डाल ओज ढलक ढलक आँसूडा
नीकले। लीया मरूजी हीवढे लगाय ओजी आसु तो पुछया

276 साद केसर रो
दूकडीया में केसर धोखो
जवा ने केसर पावो रे
।अलबेली जंचा मुन्दे बोला।
मने सूसरोया घमा सूहावे
वे बहू के वतलावे जी।अल।दूक।
मने सासूजी नही सूहावे
वे रातू पांव धाबवावो ।अल।दू।
मने जेयठ सा घमा सहावे
वे आधी पाती देवे जी।अल।दू।
मने देवर सा घणा सूहावे
वे भावज के बतलावेजी।जल।दू।
मने जेठाणी नही सूहावे
वे काम वेचाबे जी।अल।दू।
मने दीवराणी घमी सूहावे
मारो आधो काम वेचावे जी।अल।दू।
मन सायब जी घणा सूहावे
मारो मेला मान बधावो जी।अल।दू।

277 चांदणी चोदसने बहु नाय धैय उठीया जी 2
उठ प्रभाते आरा सासूजी बात पूछेजी 2
रात रा सपना में बहु कांई कई देख्या जी 2
रातरा सपना में सासुजी रतत उपजायो जी 2
अन नही भावे मारे अंग गलीयो जावे जी
ते री जलेबी थारा जाया नित लावे जी
नित कईलावे वे तो एकला गठकावे जी
कांच माहे देख माने अंगूठी बतावे जो
ह्यकला ही खावे मारो दिद दूख पावे जी
जीवदुख पावे मारो मनडे तरसाओ जी
बंजारा चाल्यां जी मसरोसा पूछे बात
कई कई भावे जी जो भावड तीन घडी आदी रात
मीठा भावे जी मने भावे टमाटा रो साग
रंग बीरंगी जी ओ खाठो मीठो स्वाग
गोल मटोलो ओ रंग रंगीलो स्वाद
(इसी तरह सभी के नाम लेना)

278 साद काकडी री
जंचा पुछे मालण ने बात ओजी कई मालण ने बात
बाडी में कई नीपजे जी मारा राज
नीपजे नीपजे दाडम दाख कांठा पर नीपजे काकडी जी
मारा राज

 

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